दीपावली पर पटाखे जलाते समय इन बातों का रखना होगा ध्यान
दीपावली पर्व को लेकर घरों में तैयारियां की जा रही है। इस पवित्र पर्व को लेकर लोगों ने पटाखों की भी खरीददारी शुरू कर दी है। दीपावली पर्व पर पटाखे जलाते समय विशेष ध्यान रखना बहुत ही जरूरी हो गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए पवक्ता सुरेश शर्मा ने बताया कि दीपावली पर पटाखे जलाते समय, हाथों में न पकड़ें, ढीले और सूती कपड़े पहनें, खुले स्थान पर जलाएं, और बच्चों को सुरक्षित दूरी पर रखें। ज्वलनशील पदार्थों से दूर रहें, एक बार में एक ही पटाखा जलाएं, और जलने पर प्राथमिक उपचार के लिए हमेशा तैयार रहें।

ये रखें पटाखों के साथ सावधानी
सुरक्षित दूरी बनाए रखें: पटाखों को जलाते समय अपना चेहरा और हाथ दूर रखें। बच्चों और पालतू जानवरों को भी सुरक्षित दूरी पर रखें, क्योंकि उनकी आंखें और सुनने की क्षमता अधिक संवेदनशील होती है।
पहनावा: सिंथेटिक, नायलॉन या ढीले-ढाले, रेशमी कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि ये आसानी से आग पकड़ सकते हैं। इसके बजाय, सूती और फिटिंग वाले कपड़े पहनें।
जलाने का स्थान: पटाखे केवल खुली और हवादार जगहों जैसे पार्क या मैदान में जलाएं। घर के अंदर या भीड़भाड़ वाली जगहों पर पटाखे न जलाएं।
इसी के साथी सुरक्षित दूरी और तैयारी:
कभी भी पटाखों को अपने हाथ में न पकड़ें।
ज्वलनशील पदार्थों (जैसे सूखे पत्ते, कूड़ा, या कपड़े) के पास पटाखे न जलाएं।
एक बार में एक ही पटाखा जलाएं और एक से अधिक पटाखे एक साथ न जलाएं।
जलाने के लिए अगरबत्ती का उपयोग करें।
प्राथमिक उपचार: हमेशा एक फर्स्ट-एड किट तैयार रखें। जलने की स्थिति में, जले हुए हिस्से पर तुरंत कम से कम 20 मिनट तक ठंडा पानी डालें।
साफ-सफाई: जलने के बाद पटाखों के अवशेषों को पानी से भरे बाल्टी या बर्तन में डालें।
