मौसम की ताजा रिपोर्ट : प्री-मानसून सक्रिय, इन प्रदेशों में कल आंधी और ओलावृष्टि के संभावना

मौसम में पिछले दो दिनों के अंदर बदलाव देखने को मिल रहा है। कई स्थानों पर बरसात हुई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार शनिवार यानि 3 मई को भी बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुंच चुका है। इसके साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के आसपास कई छोटे-छोटे चक्रवाती परिसंचरण बने हुए हैं। दक्षिण पंजाब, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी हरियाणा के त्रिसंधि क्षेत्र पर एक प्रमुख चक्रवातीय प्रणाली बनी है, जो ऊपरी हवा में मौजूद ट्रफ (पश्चिमी विक्षोभ से जुड़ी हुई) के साथ मिलकर बीते 24 घंटों में उत्तर भारतीय मैदानी इलाकों में व्यापक बारिश और गरज-चमक वाले तूफानों का कारण बनी।
आंधी-बारिश का असर
मौस्म वैज्ञानिकों के अनुसार पिछले 24 घंटे में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों में तूफानी मौसम देखा गया, जो आज सुबह तक जारी रहा। प्रमुख प्रभावित शहरों में अमृतसर, गुरदासपुर, लुधियाना, पटियाला, चंडीगढ़, अंबाला, करनाल, रोहतक, हिसार, गंगानगर, पिलानी, अजमेर, जैसलमेर, सीकर, भीलवाड़ा और टोंक शामिल रहे। इससे पहले जैसलमेर में देश का सबसे ज्यादा तापमान 46.7 डिग्री दर्ज हुआ था, लेकिन अब इन मौसम गतिविधियों के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी और अधिकतर स्थानों पर तापमान 40 डिग्री से नीचे रह सकता है। लू की स्थिति फिलहाल थम गई है और आने वाले सप्ताहांत तक और भी खराब मौसम की संभावना बनी हुई है।
अगले 4–5 दिन उत्तर भारत में प्री-मानसून का जोर
आपको बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं की श्रृंखला के चलते उत्तर भारत में अगले 4–5 दिन सक्रिय प्री-मानसून परिस्थितियाँ बनी रहेंगी। इस दौरान भारी बारिश, तेज आँधी, ओलावृष्टि, बिजली गिरने और खतरनाक तूफानों की आशंका है। यह गतिविधियाँ 2 मई से 6 मई 2025 तक चलेंगी और कुछ इलाकों में इनका असर डरावना और नुकसानदायक हो सकता है, खासतौर पर राजस्थान और हिमालय के आसपास के क्षेत्रों में।