मौसम की ताजा रिपोर्ट: कल से फिर बढ़ेगा ठंड का असर, अब ऐसा रहेगा मौसम

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। दक्षिणपूर्व राजस्थान में भी एक चक्रवाती परिसंचरण स्थित है।
समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर ऊपर 135 नॉट तक की कोर हवाओं के साथ उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम उत्तर पश्चिम भारत में बह रही हैं।
देश भर में हुई मौसमी हलचल
आपको बता दें कि पिछले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बरसात हुई। दक्षिण हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में छिटपुट हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़े।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, गंगा-पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, बिहार और ओडिशा के कुछ हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा देखा गया। न्यूनतम तापमान गुजरात और पश्चिमी राजस्थान में गिरा।
मौसम की संभावित गतिविधि
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में छिटपुट हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है। अरुणाचल प्रदेश में बिखरी हुई बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बरसात हो सकती है। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे गिरने की संभावना है। पूर्वी भारत में अगले 2 दिनों तक न्यूनतम तापमान बढ़ेगा और इसके बाद गिरावट होगी।
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ठंड की लहर की स्थिति बन सकती है।
झारखंड, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तर राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और ओडिशा में रात और सुबह के समय घना कोहरा छाने की संभावना है।