शगुन के रूप में 1 रुपया व नारियल लेकर दिया संदेश, बेटी से बड़ा कोई दहेज नहीं: सुनील सेतिया

आमजन द्वारा दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करने के प्रति दिखाई जा रही जागरूकता का परिणाम चहुंओर नजर आने लगा है। इसी कड़ी में शहर के रानियां रोड निवासी सुनील सेतिया ने अपने पुत्र सिद्धांत की शादी में वधु पक्ष से दहेज में एक रुपया-नारियल यह कहकर स्वीकार किया कि दुल्हन ही दहेज है। वधु पक्ष के साथ-साथ वर पक्ष के साथ आए लोगों ने भी इस कार्य की सराहना की।
सिरसा के रानियां रोड निवासी सुनील सेतिया ने अपने बेटे सिद्धांत की शादी जनता भवन रोड निवासी तान्या के साथ रस्मों रिवाज के साथ 28 जनवरी को संपन्न हुई। विदाई के समय वधु पक्ष की ओर से लाखों रुपए की राशि दहेज के रूप में वर पक्ष के समक्ष रखी गई, लेकिन सिद्धांत के साथ-साथ उनके पिता सुनील सेतिया ने थाली से एक रूपया-नारियल उठाते हुए कहा कि लड़की से बड़ा कोई दहेज नहीं है। सुनील सेतिया ने कहा कि वह हमेशा से ही सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ रहे हैं और खासकर दहेज प्रथा के तो बिल्कुल ही खिलाफ हंै।
उन्होंने कहा कि समाज के अन्य लोगों को भी सबक लेकर दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करना चाहिए। वहीं तान्या के पिता कृष्ण छाबड़ा ने कहा कि उन्हें बड़ी खुशी है कि उनकी पुत्री को ऐसा परिवार मिला, जो दहेज का लोभी नहीं है। उन्होंने भी बेटियों के अभिभावकों से आमजन से आह्वान किया कि अपनी बेटी को दहेज देने की बजाय शिक्षित कर अपना फर्ज निभाना चाहिए और समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने में योगदान देना चाहिए। इस मौके पर वर-वधु पक्ष की ओर से गणमान्जन व रिश्तेदार मौजूद रहे और सभी ने इस शादी की सराहना की।