बसंत पंचमी पर दक्षिण भारत की शैली पर सिरसा में बने सरस्वती मंदिर में मेला व भंडारा आयोजित

mahendra india news, new delhi
बसंत पंचमी पर सिरसा से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर गांव रंगडी के समीप बने सरस्वती मंदिर मेंं रविवार को मेला आयोजित किया गया। मंदिर में सुबह के समय पूजा अर्चना व यज्ञ हुआ। इसके बाद मंदिर में सरस्वती मां का गुणगान दिनभर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मंदिर में दिनभर दूर दराज से श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचे हैं। मंदिर परिसर में हलवा, पूरी व सब्जी का दिनभर भंडारे चलता रहा। समाज सेवी जुगल सेठी ने बताया कि मंदिर परिसर में हर साल बसंत पंचमी पर भंडारा लगाया जाता है।
इस मंदिर से लोगों को की काफी आस्था है। इसी को लेकर यहां पर जहां समय समय पर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। बसंत पंचमी के दिन यहां पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है। यहंा पर जहां पूजा अर्जना करते हैं। वहीं विशाल भंडार व मेले का आयोजन किया जाता है।
सिरसा में ही बना दिया मंदिर
सिरसा के कारोबारी मोहनलाल सेठी दक्षिण भारत में व्यापार के संदर्भ में जाते रहते थे। सरस्वती मां में आस्था रखने वाले मोहनलाल सेठी वहां पर मंदिरों की निर्माण शैली को देखकर काफी प्रभावित हुए। उन्होंने सोचा कि क्यों न सिरसा में भी सरस्वती मंदिर बना दिया जाए। इस पर सिरसा में ज्ञान की देवी सरस्वती मां का मंदिर रंगड़ी रोड पर अपनी खेत की भूमि में बनवाने का फैसला लिया।
दक्षिण भारत से बुलाए गये मिस्त्री
मंदिर बनवाने के लिए भी मिस्त्री भी दक्षिण भारत से बुलाए गये। इसके बाद यहां पर मंदिर बना दिया गया। इस मंदिर को बनाने पर करीब 50 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है। यह भी कारोबारी ने अपने स्तर पर खर्च की