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हरियाणा की राजनीति : हरियाणा में दस सीट, 4 महिलाएं लड़ रही है लोकसभा चुनाव, किसी को गुटबाजी तो किसी को मजबूरी में मिला टिकट

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हरियाणा की राजनीति
mahendra india news, new delhi

हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान 25 मई को होने जा रहे है। प्रदेश की बहू बेटियां हरियाणा का नाम रोशन कर रही है। लेकिन राजनीति में अभी भी महिलाओं की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं हुई है। HARYANA की 10 लोकसभा सीटों पर प्रमुख पार्टियों ने मात्र 4 महिला उम्मीदवारों को ही टिकट दिया है। 

इनमें से बीजेपी, कांग्रेस की ओर से एक-एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया गया है। जबकि जननायक जनता पार्टी और इनेलो ने भी राष्ट्रीय पार्टियों की तरह हिसार लोकसभा सीट से एक-एक महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है। इनमें से कुछ ऐसी महिला उम्मीदवार भी हैं, जिनको राजनीतिक दलों ने मजबूरी में टिकट दिया है।

JJP-इनेलो ने तो एक परिवार की महिलाओं को हिसार सीट पर टिकट देकर एक दूसरे के खिलाफ चुनावी दंगल में उतारा है। बीजेपी ने एक सिटिंग महिला सांसद की टिकट काटकर घर बैठा दिया है।

नैना चौटाला पूर्व प्रधानमंत्री देवीलाल चौटाला के परिवार से सियासत की दुनिया में आने वाली पहली महिला हैं, जो कि विधानसभा पहुंची हैं। यह पहली बार है कि उन्हें उनके बेटे की पार्टी ने हिसार से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है।

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इस लोकसभा चुनाव में महिलाओं को टिकट देने में कांग्रेस और बीजेपी दोनों राष्ट्रीय पार्टियों की बेरुखी रही। यही वजह रही है कि भाजपा ने सिरसा से सिटिंग सांसद सुनीता दुग्गल की टिकट काट दी। उनके स्थान पर आम आदमी पार्टी से आए अशोक तंवर को प्रत्याशी बना दिया।

वहीं कांग्रेस पार्टी ने भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद रह चुकी श्रुति चौधरी को टिकट नहीं दिया। जबकि वह यहां से दूसरे प्रत्याशियों के मुकाबले सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। इसके बाद भी उनके स्थान पर कांग्रेस ने राव दान सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

किन महिला उम्मीदवारों को मिला टिकट


अंबाला में बीजेपी की बंतो कटारिया
आपको बता दें कि अंबाला में BJP ने बंतो कटारिया को चुनाव मैदान में उतारा है। बता दें कि बंतो कटारिया केंद्रीय मंत्री रह चुके रतन लाल कटारिया की पत्नी हैं। उनकी 18 मई 2023 को मृत्यु हो गई थी, इसके बाद से ये सीट रिक्त चल रही थी। सियासी जानकारों की माने तो बंतो कटारिया को टिकट देकर पार्टी सिम्पैथी वोट का फायदा लेना चाहती है। बंतो कटारिया का अंबाला लोकसभा सीट पर भी अच्छा प्रभाव है, इसका फायदा बीजेपी इस आम चुनाव में लेना चाहती है।


SIRSA सीट पर कांग्रेस की कुमारी सैलजा
इसी के साथ ही आपको बता दें कि SIRSA लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को प्रत्याशी बनाया है। सियासी जानकार कुमारी सैलजा को टिकट देना सूबे की गुटबाजी को बता रहे हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा जानते थे कि सैलजा एसआरके गुट में उनके खिलाफ सबसे मजबूत है। हरियाणा प्रदेश के अंदर आने वाले विधानसभा चुनाव में वह उनके लिए परेशानी खड़ी न कर सकें, इसलिए हुड्‌डा गुट ने कुमारी सैलजा को सिरसा से टिकट दिलाने की पैरवी की।

इसी के साथ ये भी बता दें कि सिरसा आरक्षित सीट है और कुमारी सैलजा का यहां अच्छा प्रभाव भी है। इस कारण से भी उनकी दावेदारी अन्य उम्मीदवारों पर भारी रही।


 हिसार से इनेलो ने सुनैना चौटाला को उतारा
वहीं इनेलो ने एक महिला को टिकट दी है। इनेलो ने हिसार लोकसभा सीट से सुनैना चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। उन्हें टिकट मिलने में पारिवारिक पार्टी होने का फायदा मिला है। वह देवीलाल की पौत्रवधू हैं। यही वजह रही है कि पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला, इनेलो नेता अभय सिंह ने सुनैना चौटाला को इनेलो की महिला विंग की प्रदेश महासचिव मनोनीत किया है।

आपको ये भी बता दें कि सुनैना देवीलाल परिवार की दूसरी महिला हैं, जो राजनीति में सक्रिय हैं। इससे पहले वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में सुनैना की जेठानी नैना राजनीति में आई थी जो हलका डबवाली से विधायक बनकर विधानसभा में पहुंची थीं। हालांकि फिलहाल वह बाढड़ा सीट से जेजेपी से विधायक हैं।

हिसार से JJP नैना चौटाला को उम्मीदवार बनाया
जेजेपी ने भी एक महिला को टिकट दी है। हिसार लोकसभा सीट से जेजेपी ने नैना चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। वह मौजूदा वक्त में दादरी जिले के बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र से जजपा विधायक हैं। इसके साथ ही वह हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की माता हैं।