हरियाणा के सिरसा में बाबा प्रीतम सिंह की बरसी पर धार्मिक समागम आयोजित
mahedra india news, new delhi
हरियाणा के सिरसा में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब सिरसा में बाबा प्रीतम सिंह की याद को समर्पित 13वीं बरसी पर कथा करते हुए मान कथावाचक बाबा बंता सिंह मुंडा पिंड वालों ने कहा कि संत का मार्ग धर्म की पौड़ी को बड़भागी पाएं, के अर्थों की प्राप्ति करते हुए अपने आप को गुरु साहिबान के मार्ग पर चलाते हुए ब्रह्मज्ञानी के रूप में अपना सारा जीवन निष्काम ऐतिहासिक गुरुद्वारों की कार सेवा में एवं आम व्यक्ति को कम पैसों में अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलता रहे। ऐसे कार्य कर न केवल परमात्मा के समक्ष, बल्कि आम जनमानस में अपना प्रभाव पाने वाले बाबा प्रीतम सिंह केवल संत ही नहीं, बल्कि सिपाही भी थे। उन्होंने जीवन के आखिरी पड़ाव तक संघर्ष किया और सेवा सिमरन से जुड़े रहें, ऐसी महान श िसयत ही धर्म की पौड़ी संत के रूप में चढ़ता है।
उन्होंने कहा कि बाबा प्रीतम सिंह ने अपने आपको सदैव राजनीति से दूर रखा और अपने जीवन काल में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब सिरसा, माधोसिंघाना, कबूतर सर नोहर एवं साहवा साहिब (राज.) की सेवा करवाई। गुरु गोबिंद सिंह खालसा हाई स्कूल, गुरुनानक पब्लिक स्कूल सिरसा एवं लाइब्रेरी, डिस्पेंसरी की शुरूआत की, ताकि कम पैसों में अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा का लाभ जरूरतमंद लोगों को मिल सके। सुबह गुरु नानक पब्लिक स्कूल के बच्चों ने इस ऐतिहासिक स्थल पर आसा ीवार का कीर्तन कर यह साबित कर दिया कि महापुरुषों द्वारा लगाया गया स्कूल रूपी पौधारा फल दे रहा है।
उन बच्चों ने संगत को निहाल किया। बाबा बंता सिंह ने संगतों को उपदेश देते हुए कहा कि हमें धार्मिक दीवानों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लेने के साथ-साथ गुरु के उपदेशों की कमाई करने के लिए जरूरतमंद लोगों की मदद हेतु अपनी कमाई में से दसवां हिस्सा खर्च करना चाहिए और ऐतिहासिक स्थलों की सेवा संभाल करने रहना चाहिए। बाबा जगतार सिंह जत्थेदार एवं चेयरमैन कार सेवा गुरुद्वारा चिल्ला साहिब सिरसा द्वारा पूर्व जत्थेदार बाबा अजीत सिंह के नाम पर चलाए जा रहे अस्पताल में से लोगों को शारीरिक बिमारियों का लाभ, लंगर से शारीरिक भूख एवं धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने से हमें आत्मिक भूख लगती है। गुरुद्वारा साहिब में आयोजित धार्मिक दीवान में सुहवा साहिब से बाबा बेअंत सिंह, कविश्री कीर्तनी जत्थों ने संगत को अपने धार्मिक प्रवचनों से निहाल किया। बाबा बेअंत सिंह ने अपने उपदेश में कहा कि महापुरुषों की बरसी मनाई तभी सफल होती है, जब हम गुरु साहिबान एवं महापुरुषा के बताए गए रास्ते पर चले और निरवैरता से निर्भय होकर सरबत का भला मांगे और अपना जीवन सादगी, सच्चाई से बिताएं। इस अवसर पर कार सेवा गुरुद्वारा चिल्ला साहिब ट्रस्ट सिरसा की ओर से ट्रस्ट के चेयरमैन जत्थेदार बाबा जगतार सिंह की सरप्रस्ती में धार्मिक दीवान का आयोजन किया गया। वहीं नि:शुल्क मेडिकल जांच व दवा वितरण एवं रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के प्रवक्ता एडवोकेट ए एस वधवा एवं अस्पताल कार्यकारिणी के प्रमुख एवं ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बाबा नरेंद्र सिंह तथा प्रशासक जितेंद्र सिंह मिलाप ने बताया कि शिविर में 160 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया और 800 मरीजों की नि:शुल्क जांच कर जरूरत अनुसार नि:शुल्क दवाइयां ट्रस्ट एवं डॉक्टरों के सहयोग से दी गई। मेडिकल जांच कंैप में डा. अभिषेक चौधरी हड्डी रोग विशेषज्ञ, आंखों के डा. महिपाल बंसल, डा. शोभना कंबोज दंत रोग विशेषज्ञ, डा. सोनिका चौधरी सामान्य रोग विशेषज्ञ एपं अजीत सिंह चेरिटेबल अस्पताल के स ाी डॉक्टरों एवं स्टाफ ने ाी अपनी सेवाएं दी। जितेंद्र सिंह मिलाप ने बताया कि बाबा जगतार सिंह जत्थेदार चेयरमैन की सरपरस्ती में उनके निर्देशानुसार पिछले वर्ष संगत के सहयोग से पूर्व जत्थेदार चेयरमैन बाबा अजीत सिंह कार सेवा गुरुद्वारा चिल्ला साहिब ट्रस्ट के नाम से बाबा नरेंद्र के सिंह के निर्देश में चल रहे अजीत सिंह चैरिटेबल अस्पताल में अब तक 35 हजार लोगों की जांच कर दवाएं दी जा चुकी है। अस्पताल में डा. जितेंद्र कौर एमपीटी एवं डा. निहारिका भाटिया अपनी सेवाएं दे रही हंै। इस अवसर पर गांव शमशाबादपट्टी, भावदीन, खाजाखेड़ा, अहरवां की संगत की ओर से किन्नू का जूस, पकौड़े एवं कॉफी का लंगर वितरित किया गया। शिविरों के प्रबंध संचालन में निर्मल सिंह, लखबीर सिंह गिल, सुनील मेहता, करनैल सिंह मीरपुरिया, तरनदीप सिंह, नवदीप सिंह, जुगराज सिंह, रूप सिंह, गुरसेवक सिंह खोसा, जसपाल सिंह अठबुर्जी ने विशेष रूप सहयोग दिया।