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राजकीय नेशनल महाविद्यालय सिरसा में विश्व सांख्यिकी दिवस के उपलक्ष में आंकड़ों के एकत्रीकरण पर शोध कार्यशाला का आयोजन

 
Research workshop on data collection organized on the occasion of World Statistics Day at Government National College, Sirsa
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 Research workshop on data collection organized on the occasion of World Statistics Day at Government National College, Sirsa

Mahendra india news, new delhi

 राजकीय नेशनल महाविद्यालय सिरसा की शोध प्रकोष्ठ, अर्थशास्त्र विभाग, आई क्यू ए सी, और अंग्रेजी विषय परिषद के द्वारा आंकड़ों के एकत्रीकरण विषय पर एक शोध कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस शोध कार्यशाला में मुख्य अतिथि और तकनीकी सत्र एक के मुख्य वक्ता रूप में डॉ. प्रेम कंबोज सेवानिवृत्ति प्राचार्य ने शिरकत की।

 Research workshop on data collection organized on the occasion of World Statistics Day at Government National College, Sirsa

डॉ प्रेम कंबोज ने आंकड़ों की गुणवत्ता व मानकीकरण विषय पर बोलते हुए कहा कि आंकड़ों की गुणवत्ता सही निर्णय निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि आंकड़ों की गुणवत्ता निम्न स्तर की है तो उससे निम्न स्तर का ही ज्ञान होगा और फिर निर्णय निर्माण की प्रक्रिया भी दक्षता पूर्ण नहीं होगी।

उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि आंकड़ों को इकट्ठा करते समय उसकी गुणवत्ता और मानकों को ध्यान में रखना चाहिए ।उच्च स्तर की गुणवत्ता व मानक ही अच्छे शोध का आधार है। उन्होंने विद्यार्थियों से आहवान किया कि वे अपने शोध कार्य में आंकड़ों को प्रयोग करने से पहले उनकी गुणवत्ता को अवश्य परख लें ताकि उनके शोध परिणाम उच्च स्तर के हो सकें। दूसरे तकनीकी सत्र में वक्ता के रूप में अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र कुमार श्योराण ने आंकड़ों के प्रकार विषय पर बोलते हुए बताया कि यदि हम कोई शोध करना चाहते हैं तो अच्छे और विश्वसनीय शोध के लिए  आंकड़ों के विभिन्न  प्रकारों का ज्ञान होना चाहिए ।

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जब तक आप यह नहीं जानते की आपको जो आंकड़े चाहिए उनकी प्रकृति  कैसी है तब तक आप सही आंकड़े इकट्ठा नहीं कर सकते। इसीलिए हमें आंकड़ों के विभिन्न प्रकारों का सही ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने  दैनिक जीवन में से उदाहरण लेते हुए गुणात्मक व मात्रात्मक, प्राथमिक व द्वितीयक आंकड़ों पर प्रकाश डाला। तृतीय तकनीकी सत्र में डॉ .अमनदीप  ने आंकड़ो के  एकत्रीकरण विषय पर बोलते हुए बताया हर क्षेत्र में आंकड़ों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने आंकड़ों को इकट्ठा करने के लिए साक्षात्कार, अवलोकन, परीक्षण इत्यादि विधियों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। कार्यशाला के चौथे सत्र में विद्यार्थियों से राजकीय नेशनल महाविद्यालय सिरसा के छात्रों की पुस्तकालय में जाने की आदत के बारे में विद्यार्थियों से आंकड़े इकट्ठा करने का कार्य करवाया गया।

इस अवसर पर मंच का संचालन  करते हुए डॉ. मीत ने कहा कि गुणवत्ता पूर्वक डाटा और उसका विश्लेषण साहित्य, भाषा, अर्थशास्त्र राजनीति-शास्त्र, मनोविज्ञान, मीडिया, विज्ञापन, मार्केटिंग और विज्ञान जैसे सभी क्षेत्रों में शोध एवं अनुसंधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यशाला के समापन पर अपने भाषण में महाविद्यालय के प्राचार्य श्री हरजिंदर सिंह जी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं विद्यार्थियों में शोध के प्रति रुचि पैदा करने के लिए अति आवश्यक है उन्होंने वर्तमान कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए  आयोजको बधाई देते हुए उनसे आग्रह किया कि वे हर महीने इस तरह की शोध कार्यशाला का आयोजन करते रहे।

कार्यशाला के अंत में सभी का धन्यवाद करते हुए महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ.हरविंदर सिंह ने कहा कि हमारे देश में वर्तमान परिवेश में आंकड़ों की गुणवत्ता के बारे में जागरूकता बहुत ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उनके सामने आने वाले आंकड़ों की गुणवत्ता के बारे में जागरूक रहना चाहिए। इस कार्यशाला में स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के 75 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला को सफल बनाने में डॉ. इंदिरा जाखड़ डॉ .राजदीप एवं डॉ .शोभा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक डॉ .गुरनाम, श्री राम कुमार, डॉ करमजीत, श्रीमती नीरू, श्रीमती निशा और कर्मवीर ने शिरकत करके कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।