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महिला पुलिस कर्मचारी द्वारा टिकट नहीं लेने पर रोडवेज कर्मचारी नेता का बड़ा बयान

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Roadways employee leader's big statement on female police employee not taking ticket
mahendra india news, new delhi

महिला पुलिस कर्मचारी द्वारा राजस्थान में बस के अंदर सफर दौरान टिकट नहीं लेने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले को लेकर रोडवेज कर्मचारी नेताओं का बयान आया है। 


कर्मचारी नेता व राज्य प्रधान नरेंद्र दिनोद व महासचिव सुमेर सिवाच व प्रदेश प्रवक्ता व सिरसा डिपो प्रधान पृथ्वी सिंह चाहर ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस ने राजस्थान रोडवेज के गुड़गांव में पहले दिन काफी मात्रा में चालान किए गए उसकी एवेज में कल राजस्थान पुलिस ने हरियाणा रोडवेज की बसों के चालान करने आरंभ कर दिए, यह मामला गंभीर है। 


हरियाणा महिला पुलिस कर्मचारी ने राजस्थान रोडवेज की बस में टिकट न लेने का मामला है, जो महिला पुलिस की सरासर गलत बात है, क्योंकि राजस्थान रोडवेज में हरियाणा पुलिस अलाउड नहीं है। इस महिला पुलिस के कारण राजस्थान व हरियाणा रोडवेज में जो मतभेद पैदा हुए हैं और जितने चालान काटे हैं, उनको देखते हुए एसपी से आग्रह है कि इस महिला पुलिस के प्रति स त से स त कार्रवाई करनी चाहिए और हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन रजिस्टर्ड नंबर 1 (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ) हरियाणा सरकार के परिवहन मंत्री से अनुरोध करती है इस घटना को गंभीरता से लेते हुए हस्तक्षेप करे मामले को सुलझाने का काम करें अन्यथा रोडवेज कर्मचारियों में इसका रोष बढ़ता जा रहा है। चालान के पैसे रोडवेज के चालकों व परिचालकों पर ना डालकर विभाग खुद वहन करें। अगर हरियाणा रोडवेज के चालकों व परिचालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी व चालान के पैसों की रिकवरी डालने का फैसला किया गया तो रोडवेज कर्मचारी बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इसलिए हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन रजिस्टर्ड नंबर 1 अनुरोध करती है कि हरियाणा सरकार व परिवहन मंत्री स्वयं संज्ञान लेते हुए राजस्थान पुलिस और हरियाणा पुलिस से बातचीत कर इस समस्या का समाधान किया जाए और रोडवेज कर्मचारियों से अपील करते हैं कि अपनी वर्दी पहनकर व लाइसेंस साथ लेकर जाएं। चाहर ने कहा कि कर्मचारियों के साथ जो बर्ताव किया जा रहा है, वह अशोभनीय है। हरियाणा और राजस्थान रोडवेज के सभी कर्मचारियों से अपील करते हैं कि आपस में अपना भाईचारा ना बिगाड़े रोडवेज कर्मचारियों का मान स मान आपस में पूरा करें। इसलिए हम हरियाणा राज्य परिवहन के उच्च अधिकारियों से मांग करते हैं कि इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए सच्चाई को सामने लाकर समाधान करवाया जाए, क्योंकि कर्मचारियों पर चालान के रूप में व्यर्थ का आर्थिक भार पड़ रहा है। अवैध रूप से किए जा रहे चालान की वजह से पड़ोसी राज्यों के आपसी संबंधों पर भी खराब असर पड़ता है।