सैनी सभा ट्रस्ट ने हर्षोल्लास से मनाई शूरसैनी महाराज की जयंती
mahendra india news, new delhi
सैनी सभा ट्रस्ट की ओर से सैनी धर्मशाला में शूरसैनी महाराज की जयंती पर कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के प्रधान नरेंद्र सैनी, संरक्षक विजयपाल सैनी व कोषाध्यक्ष विजय सैनी ने संयुक्त रूप से की। वहीं मुख्यातिथि के रूप में महेंद्र कुमार रिटायर्ड प्रिंसीपल, विशिष्ठ के रूप में अतिथि बाबा सरसाईनाथ बुक बैंक के चेयरमैन गुरदीप सैनी व राजकुमार सैनी ने शिरकत की। आमंत्रित अतिथियों में डा. भारती सैनी, रामकुमार रिटायर्ड डीएसपी, नगर पार्षद विक्रम सैनी व गोपीराम सैनी, अनिल कुमार सैनी, कुलदीप कुमार सैनी, भागीरथ सैनी, रविंद्र सैनी, अश्वनी सैनी, प्रदीप सैनी, मंजीत सैनी शामिल रहे। कोषाध्यक्ष विजय सैनी ने बताया कि सर्वप्रथम हवन यज्ञ आयोजित किया गया, जिसमें सभी उपस्थित महानुभावों ने आहुति डालकर पुण्य कमाया।
इसके बाद माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। तत्पश्चात गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें महेंद्र सैनी व गुरदीप सैनी ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर वक्ताओं ने महाराजा शूरसैनी के जीवन और उनके द्वारा समाज के उत्थान के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि महाराजा शूरसैनी न केवल सैनी समाज के गौरव हैं, बल्कि वे न्याय, वीरता और धर्मपरायणता के प्रतीक थे।
उनका जीवन हमें सामाजिक समरसता और राष्ट्र सेवा की प्रेरणा देता है। वक्ताओं ने शिक्षा प्रसार, नशा मुक्ति में सहयोग की भावना पर जोर दिया। कार्यक्रम के आयोजकों ने उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास से अवगत कराना और समाज में एकता की भावना को मजबूत करना है। समारोह के अंत में सामूहिक भोज (भंडारे) का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं और गणमान्य नागरिकों ने प्रसाद ग्रहण किया।
सैनी सभा ट्रस्ट की ओर से सभी मुख्यातिथियों व विशिष्ठ अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर संरक्षक लीलाधर सैनी, अमीचंद सैनी सचिव, ईश्वर सैनी, पूर्व पार्षद बृजलाल सैनी, जसवंत सैनी, रमेश कुमार सैनी, साधुराम सैनी, तुलसीराम सैनी पूर्व प्रधान, महेंद्र सैनी, विशाल सैनी, धर्मवीर सैनी, चुन्नी लाल सैनी, मुकेश सैनी, सतीश सैनी, बलबीर सैनी व रामस्वरूप उपस्थित रहे।
