परिचालक की मनमानी पर सांझा मोर्चा ने की मीटिंग, विभागीय अधिकारियों से की जांच की मांग

हरियाणा के सिरसा में सांझा मोर्चा की मीटिंग सिरसा डिपो के प्रांगण में हुई, जिसमें सभी पदाधिकारियों व कर्मचारी नेताओं ने भाग लिया। जानकारी देते हुए चमनलाल स्वामी ने बताया कि 2008 में भर्ती हुए परिचालकों को सरकार द्वारा एसआई बनाने के लिए लिस्ट मांगी गई थी, जिसमें राकेश कुमार सी-11 परिचालक भी भर्ती हुआ था। इसे कर्मचारी ने हमेशा गलत काम करके अधिकारी व मुख्यालय को गलत रिपोर्ट देता रहा है।
इस बैठक में उसके साथ लगे कर्मचारियों द्वारा इसका खुलासा किया गया कि उसने अपना नाम सिन्योरिटी में उपर रख लिया। अपने पद पर कर्मचारी ने कभी कार्य किया ही नहीं। हमेशा अधिकारियों से अपने आदेश हैप्पी कार्ड व नाजर बिडिंग क्लर्क, स्टैनो, पास क्लर्क, इलकरान क्लर्क सहित सभी पदों पर रहता और अधिकारियों व मुख्यालय को गलत रिपोर्ट व मेल करता था। इस हटाने के लिए कई बार सांझा मोर्चा की ओर से विभाग के अधिकारियों से कहा गया, लेकिन अधिकारियों ने कोई संज्ञान नहीं लिया। यहां तक की अधिकारियों के मुंह से यही सुनने को मिलता था कि इसके बिना डिपो का काम नहीं चलता। अगर कोई चालक-परिचालक उसके खिलाफ शिकायत लेकर आता तो उससे स्पष्टीकरण मांगा जाता है। यहां माथा देखकर टीका निकालने वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
स्वामी ने कहा कि सरकार ईमानदारी से काम करना चाहती है, लेकिन अधिकारी व कुछ कर्मचारी अपनी गलत नीतियों से सरकार की छवि को धुमिल करना चाहते हंै। मुख्यालय के आदेश अनुसार सीनियर लोगों को नहीं लगाया जाता, जूनियर लोगों से सीटों पर काम कराया जाता है। आज के दिन अधिकारियों द्वारा कौशल रोजगार के लोगों को भी ऑफिस में सीटों पर लगाया गया है, जो विभाग व कर्मचारी हित में नहीं है। सांझा मोर्चा ने फैसला लिया है कि यह कर्मचारी जब से नौकरी पर लगा है, तब से लेकर अब तक के कार्यकाल की जांच की जाए। अगर अधिकारियों ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया तो सांझा मोर्चा मीटिंग कर बड़े आंदोलन को मजबूर होगा, जिसकी जि मेदारी सिरसा डिपो प्रशासन की होगी।