सिरसा में अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति संघर्ष समिति ने किया प्रदर्शन

 | 
news
mahendra india news, new delhi

हरियाणा के सिरसा में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर चौक सिरसा में अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति संघर्ष समिति सिरसा के तत्वाधान में जिला सिरसा के विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा 2 अप्रैल 2018 को अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को पुन: लागू करवाने के लिए भारत बंद के आंदोलन  में शहीद हुए 13 वीरों को श्रद्धांजलि दी गई। तत्पश्चात अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पिछड़ी जाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग द्वारा बिहार राज्य के गया में महाबोधि महाविहार को गैर बौद्धों से मुक्त करवाने के चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया। 


प्रदर्शन में अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति संघर्ष समिति के समन्वयक हंसराज बौद्ध ने बताया कि बोधगया महाबोधि महाविहार तथागत बुद्ध की ज्ञान स्थली है जहाँ तथागत बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। बुद्ध की याद में सम्राट अशोक द्वारा यहाँ बौद्ध स्तूप बनवा था। परन्तु बाद में इस पर गैर बौद्धों ने कब्जा कर इसमें अंधविश्वास और पाखंड फैलाना शुरु कर दिया। 1950 में भारतीय संविधान लागू होने से पहले एक असंवैधानिक कानून बोधगया टैम्पल अधिनियम 1949 बना कर उस महाबोधि महाविहार को गैर बौद्धों ने की थी।