सिरसा सीडीएलयू के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह का राज्यपाल ने सेवा काल को आगामी एक वर्ष के लिए बढ़ाया
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हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चौ0 देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति प्रो0 अजमेर सिंह मलिक के सेवा काल को आगामी एक वर्ष के लिए बढ़ाया है। प्रो0 अजमेर सिंह मलिक ने बतौर कुलपति अपने कार्यकाल को बढ़ाने पर हरियाणा के महामहिम राज्यपाल एवं चौधरी देवीलाल विश्विद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल , उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर का धन्यवाद किया।
प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि वे राज्य सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरने का भरसक प्रयास करेगें। उन्होंने कहा कि चौ0 देवी लाल विश्वविद्यालय sirsa के यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडी के माध्यम से न्यू एजुकेशन पॉलिसी को 2021 से राज्य तथा केन्द्र सरकार की गाइडलाइनस के अनुरूप प्रभावी ढंग से लागू करके सी डी एल यू ने प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभाई । उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के डिजिटलाइजेशन के साथ साथ गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता रहेगी। CDLU के प्राध्यापको, गैर शिक्षक कर्मचारियों ने लड्डू बांटकर खुशी जाहिर की।
विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के उद्देश्य से CDLU SIRSA द्वारा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-2020 से संबंधित स्नातक स्तर के 12 शैक्षणिक प्रोग्राम्स सफलतापूर्वक संचालित किये जा रहे हैं व इन कार्यक्रमों को लेकर विद्यार्थियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इन कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में वर्तमान समय की जरूरतों के मुताबिक कौशल का निर्माण हो रहा है जो उनके करियर में सफलता को सुनिश्चित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पास उच्च कोटी के शिक्षाविद्द होने के साथ-साथ अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं एवं तकनीक आधारित लैंगवेज लैब, कम्प्यूटर लैब तथा इंडोर व आउडडोर खेल सुविधाएं होने की वजह से विद्यार्थियों के कौशल को बेहतर ढंग से विकसित किया जाता है। इतना ही नहीं सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए युवा कल्याण निदेशालय द्वारा विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जाता है।
सीडीएलयू द्वारा वर्ष 2021-22 में गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ावा देते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुपालना करते हुए 6 रोजगारोन्मुखी एवं कौशल विकास से सम्बंधित पाठयक्रमों को प्रारम्भ किया था और अब इसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगेगें। वर्ष 2022-23 में एनईपी के तहत कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाते हुए 12 कर दी गई है और वर्ष 2023-24 से इन सभी पाठ्यक्रमों का ऑर्डिनेंस यूजीसी तथा राज्य सरकार के नवीनतम मानकों के अनुरूप कर दिया गया है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 से महाविद्यालय स्तर पर एनईपी को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए रणनीति तैयार करने की प्रक्रिया जारी है।
वर्तमान में विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न विभागों में तीन वर्ष पूर्व छात्र 2700 थी जो वर्तमान में 5200 से अधिक है । इसके अतिरिक्त प्रोफेसर मलिक के दिशा निर्देशन में इंटरनेशनलाइजेशन की तरफ भी तेज कदम बढ़े और विश्विद्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्नेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रयास तेज किए गए हैं। विभिन्न पी.एच.डी. पाठयक्रमों में 12 विदेशी विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है तथा उनका शोध कार्य जारी है। इसके अलावा अनेक राष्ट्रों के साथ पत्राचार जारी है। अंतरराष्ट्रीय स्टूडेंट्स के आने से सांस्कृतिक आदान प्रदान होता है और सांस्कृतिक समृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि 4 विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ सीडीएलयू के MOU साइन हो चुके हैं। इनके साथ शोधार्थियों व फैक्लटी द्वारा शोध गतिविधियों के साथ –साथ सांस्कृतिक आदान प्रदान किया जाएगा।
मेडिकल कोर्स भी हुए शुरु, लॉ में बढ़ाई सीटें
वर्तमान शेक्षणिक सत्र से विश्वविद्यालय में इंटीग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम भी शुरु किया गया है जिसके तहत चार वर्षीय बीए. बीएड तथा BSC बीएड की डिग्री प्रदान की जाती है। आईटेप के तहत चार वर्षीय BSC -बीएड की डिग्री शुरु करने वाला सीडीएलयू प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है। यह कोर्स अपनी तरह का यूनीक कोर्स है जिसे सीडीएलयू ने प्रारंभ करते हुए विद्यार्थियों के हित में कदम उठाया है। इसके अलावा शोध को बढ़ावा देने के लिए सेन्सस डाटा सेंटर विकसित किया गया है। बी. फॉर्मा व एमएससी मनौविज्ञान, सर्टिफिकेट इन योगा के कोर्स भी प्रारंभ करते हुए सीडीएलयू ने विद्यार्थियों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। एलएलबी में भी सीटों की संख्या बढ़ाते हुए 60 से 120 कर दी गई हैं। क्योंकि इस कोर्स में विद्यार्थियों में मारामारी रहती है।
डिजिलॉकर व ABC से क्नेक्ट हुआ सीडीएलयू
विद्यार्थियों को डिग्री अब ऑनलाइन भी मुहैया करवाने की पहल CDLUने की है। विद्यार्थियों के कोर्स के क्रेडिट सीधे एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट से जुड़े हुए हैं और उनकी डिग्री डिजी लॉकर से भी कनेक्ट हैं जिससे विद्यार्थियों को अपनी डिग्री की हार्ड कॉपी के बजाए सॉफ्ट कॉपी भी उपलब्ध करवाई जा रही है। ऑनलाइन फॉर्मों को भरते समय सुविधा होगी।
सिविल सर्विस की कोचिंग की सुविधा
देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा के प्रति विद्यार्थियों की रुचि को मद्देनजर रखते हुए विश्वविद्यालयन ने निशुल्क कोचिंग देने की सुविधा शुरु कर रखी है। कुलपति ने बताया कि यूपीएससी में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया जा रहा है व एक्सपर्ट द्वारा कोचिंग की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के हितों को लेकर हम पूरी तरह से गंभीर हैं।
NTA का सेंटर स्थापित
सीडीएलयू में एनटीए की परीक्षाओं को आयोजित करवाने के लिए सेंटर की स्थापना का कार्य पूरा हो चुका है। अत्याधुनिक बिल्डिंग बनकर तैयार है और NTA के द्वारा भी मंजूरी प्रदान की जा चुकी है। अब एनटीए के कम्प्युटर बेसड ऑनलाइन टेस्ट सिरसा के सीडीएलयू में आयोजित होंगे । कुलपति ने कहा कि इस यह एक महत्वपूर्ण कार्य है जिसका इस पूरे क्षेत्र के विद्यार्थियों को लाभ होगा।
राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का भी किया निर्वाह
विश्वविद्यालय ने आजादी के अमृत महोत्सव व G-20 के तहत अनेक गतिविधियों का आयोजन करते हुए राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी बखूबी निर्वाह किया है। कुलपति ने बताया कि इस दौरान अनेक शैक्षणिक कार्यक्रम किये गए जिसमें विद्यार्थियों ने रिसर्च व अनेक अकेडमिक कार्य करते किये। कुलपति ने बताया कि जरुरतमंद विद्यार्थियों को फीस भुगतान में आर्थिक सहयोग भी विश्वविद्यालय प्रदान करने का कार्य कर रहा है।