सिरसा की बेटियां ने जीता स्टेट वॉलीबॉल चैंपियनशिप में पहली बार गोल्ड मेडल
हरियाणा के पूर्व सीएम एवं लौहपुरुष स्व. चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की स्मृति में आयोजित 44वीं सीनियर स्टेट वॉलीबॉल चैंपियनशिप के दौरान सिरसा की लड़कियों की टीम ने इतिहास रच दिया। पहली बार, सिरसा की टीम ने महिला वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर जिले का मान बढ़ाया। इस चैंपियनशिप का समापन सिरसा के जेसीडी विद्यापीठ परिसर में हुआ, जिसमें हरियाणा वॉलीबॉल एसोसिएशन के महासचिव श्री सूबे सिंह और जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
पुरुष वर्ग में करनाल की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। सिरसा की टीम ने कड़ा मुकाबला कर द्वितीय स्थान पर अपनी जगह बनाई, जबकि दादरी की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। महिलाओं के वर्ग में सिरसा की टीम ने इतिहास रचते हुए चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। करनाल की टीम ने द्वितीय और जींद की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पुरुष वर्ग में करनाल के पुनीत को "मैन ऑफ द मैच" घोषित किया गया, जबकि सिरसा के विक्रम को पूरी प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। सेमीफाइनल में सिरसा ने चरखी दादरी को 2-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। वहीं, करनाल ने कैथल को पराजित कर फाइनल में जगह बनाई।
महिला वर्ग में सिरसा की टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। करनाल और जींद की टीम ने भी प्रतियोगिता में सराहनीय प्रदर्शन किया।
महिला वर्ग में सिरसा की टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए करनाल और जींद जैसी मजबूत टीमों को पराजित किया। फाइनल मुकाबले में सिरसा की खिलाड़ियों ने अपनी रणनीति और मेहनत से करनाल को हराया। यह जीत सिरसा के खेल इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई। टीम के कोच ने खिलाड़ियों के समर्पण और अनुशासन को उनकी जीत का सबसे बड़ा कारण बताया।
समापन समारोह के दौरान डॉ. जय प्रकाश ने कहा कि खेल बच्चों और युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अनिवार्य हैं। उन्होंने जोर दिया कि खेल व्यक्ति को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाते हैं, बल्कि मानसिक दृढ़ता, अनुशासन और सहनशीलता भी प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को खेलों में भाग लेने से आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच का विकास होता है, जो जीवन के हर क्षेत्र में मददगार साबित होता है।
उन्होंने यह भी बताया कि जेसीडी विद्यापीठ में छात्रों के लिए विश्वस्तरीय खेल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें। अभिभावकों और शिक्षकों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वे बच्चों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें और इसे उनकी शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनाएं।
वॉलीबॉल एसोसिएशन हरियाणा के महासचिव सूबे सिंह ने कहा कि हरियाणा का प्रदर्शन वॉलीबॉल जैसे खेलों में हमेशा से सराहनीय रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है और वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित होते हैं।
सिरसा जिला परिषद के चेयरमैन और एसोसिएशन के अध्यक्ष करण चौटाला ने भी अपने संदेश में खेलों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेलों में रुचि केवल व्यक्तिगत विकास के लिए ही नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सिरसा की लड़कियों की टीम की इस ऐतिहासिक जीत के लिए उन्हें बधाई दी और कहा कि यह जीत भविष्य के खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी।