सिरसा के डॉ. जिंदल दंपत्ति ने स्पेन में पढ़ा होम्योपैथी पर पेपर, बोले होम्योपैथी से हर तरह का इलाज संभव

स्पेन में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस में होम्योपैथी पर रिसर्च प्रस्तुत करने के बाद डॉ जिंदल दंपत्ति बुधवार को सिरसा में निजी रेस्तरां में मीडिया से रूबरू हुई। डॉ. कमल जिंदल व डॉ. रुपाली जिंदल ने कहा कि होम्योपैथी से सभी तरह का उपचार संभव है। यह मनुष्य या पशु में रोध-प्रतिरोध की क्षमता बढ़ाती है। वर्ष 2022-23 में गौवंश में एक वायरस फैला था, जिसमें पशु के शरीर में मोटी-मोटी गांठ व सूजन आ गई थी।
डॉ. कमल जिंदल व डॉ. रुपाली जिंदल ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि पशुओं की उस वक्त हर 10 दिन में डेथ हो रही थी। तभी हमने होम्योपैथी दवाई दी तो गौवंश ठीक होने लगे। हमने पूरी रिसर्च की और बाद में स्पेन में पेपर्स दिखाया व पास हुआ। स्पेन में आयोजित कांफ्रेंस में 36 देशों से डॉक्टरों ने भाग लिया। अब विदेशों में होम्योपैथी का प्रयोग अधिकतम हो रहा है। वेटनरी क्षेत्र में ये कारगर सिद्ध हो रही है।
डॉ. दंपत्ति ने कहा कि भारत सरकार स्वयं होम्योपैथी की पक्षधर है। खास बात ये है कि स्पेन मेंं हुई कांफ्रेंस में आयुष के डायरेक्टर भी शामिल हुए थे और सभी अस्पतालों में होम्योपैथी के डॉक्टर उपलब्ध है। उन्होंने गौवंश की मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कही कि उनकी दवाई गोवंश के उपचार में कारगर है। विभिन्न गौशालों में दवाइयां नि:शुल्क भेजी जा रही है। डॉ. जिंदल दंपत्ति ने लोगों से आह्वान किया है कि वे होम्योपैथी को अपने जीवन में अवश्य प्रयोग में लाए।