सीडीएलयू के संस्कृत विभाग में "अनुवादप्रक्रिया-विमर्श" विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित
हरियाणा के सिरसा स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा "अनुवादप्रक्रिया-विमर्श" विषय पर आज एक विशेष विषय व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में अनुवाद की बारीकियों और इसके महत्व पर गहन चर्चा की गई।
विश्वविधालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक के दिशा निर्देश में कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष डॉ. रविन्द्र ने अतिथियों के स्वागत के साथ की। उन्होंने कहा कि अनुवाद न केवल भाषा को समझने का माध्यम है, बल्कि यह संस्कृतियों के बीच संवाद स्थापित करने में भी सहायक है।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता आचार्य राजेश्वर प्रसाद मिश्र ने संस्कृत भाषा की प्राचीनता एवं अनुवाद के तत्वों पर प्रकाश डालते हुए व्याकरणिक तथ्यों पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों का मार्ग दर्शन किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राकेश कुमार ने अनुवाद प्रक्रिया के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए इसे एक महत्वपूर्ण अकादमिक और व्यावहारिक विधा बताया। उन्होंने व्याख्यान के समापन पर सभी उपस्थितजनों का धन्यवाद ज्ञापन किया।इस अवसर पर विद्यार्थियों, शोधार्थियों और प्राध्यापकों ने अनुवाद प्रक्रिया की बारीकियों पर विशेषज्ञों से सवाल-जवाब के माध्यम से अपने विचार साझा किए