बाबा ब्रह्मदास महाराज के सानिध्य में कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा में विशेष पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित
Special plantation program organized at Krishi Vigyan Kendra Sirsa under the guidance of Baba Brahmadas Maharaj

mahendra india news, new delhi
हरियाणा के सिरसा में स्थित कृषि विज्ञान केंद्रसिरसा के प्रांगण में वीरवार को विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अध्यात्म और पर्यावरण संरक्षण का अद्भुत संगम देखने को मिला। यह आयोजन डेरा बाबा भूमण शाह जी, संगर साधा के गद्दीनशीन संत परमपूज्यब्रह्मदास जी महाराज के पावन सानिध्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान केंद्र परिसर में विभिन्न प्रजातियों के छायादार एवं फलदार पौधे रोपित किए गए, जिससे वातावरण में हरियाली और सकारात्मकता का संचार हुआ।
इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत कृषि विज्ञान केंद्र के संयोजक डॉदेवेंद्र सिंह जाखड़ के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि "गुरुजी का इस पावन स्थल पर आगमन अत्यंत शुभ और प्रेरणादायक है। पौधारोपण जैसे प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक आवश्यक कदम हैं। इससे न केवल प्रकृति को संजीवनी मिलती है, बल्कि भावी पीढ़ियों को भी स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण की ओर प्रेरणा मिलती है।"
संत श्री ब्रह्मदास जी महाराज ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वृक्षारोपण को धरती की सेवा बताया। उन्होंने कहा कि वृक्ष धरती के प्राण हैं और हमें अधिक से अधिक पौधे लगाकर प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना चाहिए। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में वार्ड नंबर 7 से एम सी श्रीमति सुमन शर्मा,डॉ. सुनील कुमार बेनीवाल,डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर डॉ. सुखदेव सिंह,डॉ. महावीर सिहाग, डॉ रेणु देवी, डॉ विनीता राजपूत, डॉ नरेंडर कुमार, डॉ हरदीप कलकल,श्री बलविंदर सिंह (ऑडिटर), डॉ. मुकेश कम्बोज सहित कृषि विज्ञानकेंद्र के वैज्ञानिक एवं अन्य स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहे। इनके साथ-साथ 30 प्रगतिशील किसान भी इस अवसर पर शामिल हुए और उन्होंने वृक्षारोपण में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक डॉजाखड़ ने सभी अतिथियों, अधिकारियों, वैज्ञानिकों एवं किसानों का आभार व्यक्त किया और आश्वस्त किया कि भविष्य में भी इस प्रकार के सामाजिक एवं पर्यावरणीय कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि समाज में पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता की भावना और मजबूत हो सके।