सीईटी के परिणाम से पहले 6 चरणों पर आयोग करेगा काम, उम्मीदवार आंसर की के बाद दर्ज करवा सकेंगे आपत्तियां
सीईटी को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। हरियाणा में दूसरी बार सीईटी(संयुक्त पात्रता परीक्षा)-2025 का चार चरणों में 26 जुलाई व 27 जुलाई को आयोजन किया गया। परीक्षा के बाद हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग रिजल्ट घोषित करने से पहले 6 चरणों में कार्य कर रहा है।
चयन आयोग परीक्षा के बाद OMR(ऑप्टीकल मार्क रिकॉगनिशन) शीट की उत्तर कुंजी अपलोड करेगा। किन्हीं सवालों के जवाब को लेकर यदि परीक्षार्थियों को कोई आपत्ति होगी तो 250 रुपये प्रति आपत्ति शुल्क जमा कराना होगा, यह शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।
आयोग की सीईटी को लेकर जारी निर्देशों के मुताबिक, निर्धारित अवधि के बाद किसी भी आपत्ति पर विचार नहीं करेगा। कर्मचारी चयन आयोग प्रारंभिक उत्तर कुंजी पर प्राप्त आपत्तियों के निपटान के लिए आवश्यकता समझने पर एक कमेटी का गठन भी कर सकता है।
जानकारी के अनुसार मुख्य परीक्षक या गठित समिति की अनुशंसा के आधार पर आयोग का फैसला ही अंतिम मान्य होगा। परीक्षार्थियों की OMR शीट का मूल्यांकन मैनुअली के बजाय कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा, इसलिए OMR शीट के पुनर्मूल्यांकन की कोई प्रक्रिया नहीं अभी तक तय नहीं है। कर्मचारी चयन आयोग यह भी स्पष्ट कर चुका है कि इस प्रक्रिया को लेकर तिथि नहीं बढ़ाई जाएगी, इसलिए निर्धारित अवधि में पूरी प्रक्रिया पर परीक्षार्थियों को काम करना होगा।
जानकारी के अनुसार जिन परीक्षार्थियों की पहचान आयोग को संदिग्ध लगेगी। उन्हें आयोग द्वारा बुलाया जाएगा। ऐसे परीक्षार्थियों की आवश्यकता पड़ने पर बायोमेट्रिक्स डेटा को लेकर दोबारा से मिलान किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि ऐसे परीक्षार्थियों को आयोग पक्ष रखने के लिए बुलाएगा। बायोमेट्रिक (अंगूठे या चेहरे) डेटा के बेमेल होने की स्थिति में आवेदन रद्द हो सकता है। वहीं, उम्मीदवार पिछली बार CET में शामिल हुए थे और इस बार भी पंजीकरण के बाद परीक्षा दे चुके हैं उन्हें एक ही पंजीकरण नंबर मर्ज कराने के लिए पोर्टल खोला जाएगा। इसी तरह से आरक्षण से संबंधित प्रमाण-पत्रों की त्रुटियों दूर करने के लिए रिजल्ट घोषित होने से पहले परीक्षार्थियों को मौका मिलेगा जिससे वे दोबारा से अपने सही प्रमाण-पत्र अपलोड कर सकेंगे।
