ख्योवाली गांव पर कभी भी किसी प्रकार की कोई रिकवरी के आदेश नहीं हुए हैं : रीना बीरट

ख्योवाली गांव की पूर्व सरपंच व जिला महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष रीना बीरट ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि22 अप्रैल 2025 को एक न्यूज पेेपर में प्रकाशित एक खबर लगी। जिसमें लिखा गया है कि लोकायुक्त ने ख्योवाली की पूर्व सरपंच पर 9.67 लाख की रिकवरी के आदेश हुए हैं।और ये मामला 2018 का बताया जा रहा है। इस खबर का हमारे गांव ख्योवाली से कोइ र्लेना देना नहीं है पत्रकार की ग़लत समझ व ग़लत प्रिंटिंग केकारण हमारे गांव ख्योवाली का नाम लिख दिया है।जबकि ये मामला ढ़ाणीख्योवाली का है। हमारे गांव ख्योवाली पर आज तक किसी भी सरपंच पर कभी भी किसी प्रकार की रिकवरी के आदेश नहीं हुए हैं।गांव की महिला सरपंच मैं रही हुं मेरा कार्यकाल सन 2010 से 2015 तक रहा है। मेरेउ पर लोकायुक्त या किसी भी सरकारी एजेंसियों द्वारा कभी भी किसी प्रकार की कोई रिकवरी के एक पैसे का भी आदेश कभी नहीं हुए हैं।कुछ लोग अपनी ओछी राजनीतिक के तहत मेर ेबारे में ग़लत प्रचार कर रहे हैं।मैंने हर काम गांव ख्योवाली के हित में और गरीब परिवारों के हित में किये है। मेरे कार्यकाल में गांव में बिजलीघर, लगभग 100 गरीब परिवारों को मकान बनाने में मदद दिलवाई है, नरेगा योजना से लोगों को काम दिलवाये है और किसानों के खेतों में काम करवायें है, हर 6 महिनों में किसानों के खेतों के खालो की सफाई करवाई है, वाटर वर्क्स की डिग्गीयो से गाद निकलवाई है, ढाणियों में रास्ते बनवाये, खेतो के गहरे खालों में पाईप लाईन डलवाई है, हर 6 महिनों में पुरे गांव की साफ सफाई करवाई है, जल बचावध्यान दिया गया।
नशे के खिलाफ मुहिम चलाई गई।गांव में जिम खोल ेहैं और समय समय पर खेलों का आयोजन किया है। मैनेअनेकों काम किय ेहै। जिस कारण जिला प्रशासन ने मुझे कई बार सम्मानित किया है। और बहुत सेअखबारो ने मुझे मुख्य पेज पर जगह दी है। जो मेरे लिए व मेरे गांव के लिए सम्मान क ा विषय था जो भी मेरी झुठी या ग़लत खबरों के माध्यम से मेरी बदनामी से अपने कुकर्मों पर पर्दा डाल रहे हैं।उनसे ये ही कहना चाहती हूं कि मैं अनुसूचित जाति से आरक्षित महिला सरपंच रही हुं। इसलिए मुझ पर हमला करना आसान है। मैं कहना चाहती हुं कि मैंनेगांव के हित में व गरीब परिवारों के हित में जितने काम मैंने किये है। उनका मुकाबला करें और काम करके दिखाये। किसी के बार ेमें ग़लत व झुठा प्रचार करने से अपने कामो को नहीं छुपाया जा सकता है।