26 दिन तक बहुत संभलकर रहें यह 5 राशि वाले व्यक्ति, अस्त बुध कर देंगे करियर में मुश्किलें
आने वाले समय में कई राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा। ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा ग्रहों की चाल में बदलाव होना, उनका अस्त-उदय होना भी अहम घटना होती है। इसी को लेकर बुद्धि-व्यापार, वाणी के कारक बुध 2 अप्रैल को वक्री हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि मेष राशि में बुध वक्री होने के बाद 4 अप्रैल को अस्त भी होने जा रहे हैं। ज्योतिष में ग्रह के अस्त होने को अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि ग्रह के अस्त होने से उसकी शक्ति कम हो जाती है, वह अशुभ फल देने लगता है। हालांकि अस्त ग्रह शुभ फल भी दे सकते हैं।
आपको बता दें कि बुध का मेष राशि में अस्त होना भी सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ असर डालेगा, बुध 4 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर मेष राशि में अस्त होंगे, इसके बाद फिर एक मई की सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर बुध उदित होंगे। बुध अस्त से बुध उदय होने तक के 26 दिन 5 राशि वालों के करियर में समस्या पैदा कर सकते हैं. लिहाजा इन लोगों को संभलकर रहें।
मेष राशि
बुध इस राशि में ही अस्त हो रहे हैं और इस राशि के जातकों को करियर में परेशानी दे सकते हैं, जॉब -व्यापार के मामले में कोई बड़ा फैसला लेना भारी पड़ सकता है। इस दौरान नई-नई चुनौतियां झेलनी पड़ सकती हैं। आपके लिए बेहतर है इस दौरान संभलकर रहें।
मिथुन राशि :
इस राशि के जॉब पेशा जातकों पर कार्य का बोझ रहेगा, इसी के साथ ही तनावपूर्ण मानसिक स्थिति भी परेशान कर सकती है। अगर आप पर नकारात्मकता हावी रह सकती है। आत्मविश्वास कम रहेगा, आप दुविधा के शिकार रहेंगे और समस्याओं में उलझे रहेंगे।
कन्या राशि
इस राशि वालों के लिए कामकाज को लेकर चुनौतिपूर्ण स्थितियां रह सकती हैं। इसके लिए आपको एकाग्रता और याददाश्त में कमी महसूस हो सकती है। नकारात्मक विचार आएंगे, करियर में कोई बाधा झेलनी पड़ सकती है. बेहतर है कि अपना मनोबल कम ना होने दें, कामयाबी जरूर मिलेगी।
वृश्चिक राशि
कार्यालय के अंदर बेवजह विवाद ना करें, इसी के साथ ही ना ही किसी से उलझें, जॉब-बिजनेस से जुड़े बड़े फैसले अभी टालना ही बेहतर है। कोई ऐसा काम ना करें जिससे आप विवाद में आएं या कानूनी दंड भुगतना पड़े। कार्य का दबाव रहेगा।जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें।
धनु राशि :
इस राशि वालों के लिए आपको आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है, इससे कार्य पूरे करने में समस्या हो सकती है। कार्यालय में वाद-विवाद, राजनीति बढ़ सकती है। मानसिक अशांति और तनाव झेलना पड़ सकता है. काम का दबाव महसूस होगा. बेहतर है कि चुनौतियों का समझदारी और ठंडे दिमाग से समाधान निकालें।
नोट: ये दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।