स्वतंत्रता दिवस के दिन आज ऐसा रहेगा मौसम, इन प्रदेशों में होगी झमाझम बरसात अलर्ट
| Aug 15, 2025, 06:37 IST
mahendra india news, new delhi
मौसम में आज शुक्रवार यानि 15 अगस्त 2025 को भी मौसम में बदलाव रहेगा। मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम को लेकर स्काईमेट एप ने पूर्वानुमान जारी किया है। जिसके तहत अगले 24 घंटे के दौरान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर हरियाणा, उत्तर पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, विदर्भ, कोंकण-गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र-कच्छ, पंजाब, हरियाणा, लद्दाख, उत्तराखंड, लक्षद्वीप और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बरसात संभव है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और तमिलनाडु में हल्की बारिश की संभावना है।
पश्चिम-मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट के पास बना कम दबाव का क्षेत्र इसी स्थान पर बना हुआ है।
इसके साथ बना चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। अगले 48 घंटों में इसके उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के उत्तरी तटीय हिस्सों से होते हुए पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है।
समुद्र तल पर मानसूनी ट्रफ अब श्रीगंगानगर, चूरू, गुना, जबलपुर, रायपुर से होते हुए पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम-मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित कम दबाव के केंद्र तक फैला हुआ है।
हिमाचल प्रदेश और इससे सटे जम्मू में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊंचाई के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
कच्छ और आसपास के क्षेत्रों पर बना चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तर-पूर्व अरब सागर और इससे सटे कच्छ क्षेत्र में पहुंच गया है।
कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से लेकर उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण तक एक ट्रफ रेखा तेलंगाना, उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात से होकर समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी ऊंचाई के बीच फैली हुई है। पूर्वोत्तर असम के ऊपर भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
देश भर में हुई मौसमी हलचल
आपकोबता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, कोंकण और गोवा, तथा तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बरसात दर्ज की गई।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पश्चिम असम, गंगीय पश्चिम बंगाल, दिल्ली और दक्षिण-पूर्व हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, गुजरात के कुछ हिस्सों, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, लक्षद्वीप और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र-कच्छ, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश दर्ज की
मौसम में आज शुक्रवार यानि 15 अगस्त 2025 को भी मौसम में बदलाव रहेगा। मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम को लेकर स्काईमेट एप ने पूर्वानुमान जारी किया है। जिसके तहत अगले 24 घंटे के दौरान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर हरियाणा, उत्तर पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, विदर्भ, कोंकण-गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र-कच्छ, पंजाब, हरियाणा, लद्दाख, उत्तराखंड, लक्षद्वीप और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बरसात संभव है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और तमिलनाडु में हल्की बारिश की संभावना है।
पश्चिम-मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट के पास बना कम दबाव का क्षेत्र इसी स्थान पर बना हुआ है।
इसके साथ बना चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। अगले 48 घंटों में इसके उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के उत्तरी तटीय हिस्सों से होते हुए पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है।
समुद्र तल पर मानसूनी ट्रफ अब श्रीगंगानगर, चूरू, गुना, जबलपुर, रायपुर से होते हुए पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम-मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित कम दबाव के केंद्र तक फैला हुआ है।
हिमाचल प्रदेश और इससे सटे जम्मू में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊंचाई के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
कच्छ और आसपास के क्षेत्रों पर बना चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तर-पूर्व अरब सागर और इससे सटे कच्छ क्षेत्र में पहुंच गया है।
कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से लेकर उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण तक एक ट्रफ रेखा तेलंगाना, उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात से होकर समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी ऊंचाई के बीच फैली हुई है। पूर्वोत्तर असम के ऊपर भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
देश भर में हुई मौसमी हलचल
आपकोबता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, कोंकण और गोवा, तथा तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बरसात दर्ज की गई।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पश्चिम असम, गंगीय पश्चिम बंगाल, दिल्ली और दक्षिण-पूर्व हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, गुजरात के कुछ हिस्सों, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, लक्षद्वीप और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र-कच्छ, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश दर्ज की
