अयोध्या में अनुष्ठान का आज तीसरा दिन; शुरू हुई पूजा, परिसर में पहुंची रामलला की मूर्ति
जानिए प्राण-प्रतिष्ठा के लिए चुनी गई नई मूर्ति के बारे में
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अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले के अनुष्ठान लगातार जारी हैं। बता दें कि 16 जनवरी से शुरू हुए पूजन-अनुष्ठान का आज तीसरा दिन है, आज रामलला की मूर्ति गर्भगृह में प्रवेश करेगी। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन मुख्य यजमान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे। इसी के साथ वहीं उससे पहले के अनुष्ठानों के लिए डॉ. अनिल मिश्रा को मुख्य यजमान चुना गया है। डॉ. मिश्रा ने सुबह से यज्ञ-अनुष्ठान किया।
इसी के साथ ही यजमान अनिल मिश्रा ने नवनिर्मित गर्भगृह में भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की, जहां रामलला की मूर्ति विराजित होगी। इस दौरान अनुष्ठान के लिए चुने गए आचार्य और ट्रस्ट के सदस्य मौजूद रहे। यही वह पवित्र और दिव्य स्थान है, जहां प्रभु राम की नई प्रतिमा विराजेगी। प्रतिमा को विराजित करने से पहले उसे सात तरह का अधिवास कराया जाएगा, इसमें अन्न वास, जल वास, औषधि वास, शैय्या वास आदि शामिल है.
आपको बता दें कि प्राण-प्रतिष्ठा के लिए चुनी गई नई मूर्ति बुधवार रात्रि ही मंदिर परिसर में पहुंच चुकी है। यह प्रतिमा मैसूर के ख्यात शिल्पकार अरुण योगीराज ने बनाई है। इस 51 इंच की इस प्रतिमा का वजन करीब डेढ़ सौ से दो सौ किलो के बीच है। यह प्रभु राम के पांच वर्ष के बालकरूप की प्रतिमा है। इसमेंं रामलला धनुष-बाण से सुसज्जित हैं। 18 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में प्रवेश कराया जाएगा और इसके बाद आगे के अनुष्ठान शुरू होंगे।