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हरियाणा के इस शहर में 40 साल बाद ऑटो मार्केट में दुकान और प्लाटों की ट्रांसफर की हुई शुरूआत

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एशिया की सबसे बड़ी ऑटो मार्केट आधुनिक ढंग से होगी विकसित
mahendra india news, new delhi

हरियाणा की सिरसा में ऑटो मार्केट के अच्छे दिन आने वाले हैं। क्योंकि अब ऑटो मार्केट को आधुनिक ढंग से विकसित की जाएगी। सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा के अनुज वरिष्ठ बीजेपी नेता गोबिंद कांडा ने कहा कि एशिया की सबसे बड़ी सिरसा की ऑटो मार्केट के नाम पर विकास कार्य कम और राजनीति ज्यादा हुई पर विधायक गोपाल कांडा ने  40 वर्ष पुरानी मांग को पूरा करवाकर ऑटो व्यवसायियों से किया गया अपना वायदा पूरा किया। 

सिरसा की ऑटो मार्केट में वीरवार को दुकानों और प्लाटों की ट्रांसफर शुरू हो चुकी है, इस मार्केट को आधुनिक ढंग से विकसित किया जाएगा, देश भर में लोग इस मार्केट की मिसाल दिया करेंगे। चार दशक पुरानी मांग का पूरा करने के लिए कांडा बंधु पूर्व सीएम मनोहरलाल के आभारी है जिन्होंने स्वयं मार्केट में पहुंचकर वहां के हालात देखे और एक ही झटके में समस्याओं का अंत कर दिया।


गौरतलब हो कि वर्ष 1987 में  सरकार ऑटो मार्केट को नगर परिषद प्रशासन अस्तित्व में लेकर आई थी। इस मार्केट की लगभग 52 एकड़ जमीन में वक्फ बोर्ड की कुछ जगह पर कुछ लोग पहले से ही काबिज थे। उन्होंने कोर्ट में केस दायर कर दिया था।  मामला हाईकोर्ट तक भी जा पहुंचा। 

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इस वजह से मार्केट में विकास कार्य नहीं हो पाए थे। बाद में विधायक गोपाल कांडा के प्रयास से इन मामलों का समाधान होने पर दोबारा से ऑटो मार्केट के विकास का कार्य शुरू होने लगे। ऑटो मार्केट में दुकानों के लिए पहले फेज में 982 प्लॉट आवंटन किए गए। जिसमें से 703 प्लॉट ऑटो मिस्त्रियों को देने थे और शेष 279 प्लॉटों की ओपन नीलामी की गई। बाद में दूसरे फेज में इसमें 269 दुकानों के लिए प्लॉट जोड़े गए। इस तरह से कुल प्लॉटों की संख्या 1251 हो गई। इसके अलावा पेट्रोल पंप, सर्विस सेंटर और रेस्टोरेंट के लिए तीन प्लॉटों की नीलामी की योजना भी विभाग ने बनाई है। कुल 1251 प्लॉटों में से अभी तक सिर्फ एक तिहाई दुकानों का ही निर्माण हो सका है।

गोबिंद कांडा ने ऑटो मार्के ट में ऑटो व्यवसायी को रजिस्टरी के कागजात सौंपते हुए  लोगों कों संबोधित करते हुए कहा किविधायक गोपाल कांडा ने ऑटो मार्केट को लेकर सरकार के समक्ष कई बार मुद्दा उठाया और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल के समक्ष यह समस्या उठाई तो वे पूर्व मुख्यमंत्री स्वयं ऑटो मार्केट पहुंचे और हालात देखे और समस्याएं  सुनी। 


 बाद में पूर्व मुख्यमंत्री के  आदेश पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से इसी वर्ष 21 फरवरी को पत्र जारी किया गया था। इस पत्र के बाद विभाग ने व्यापारियों की दुकानों की आईडी बनाने और उन्हें मालिकाना हक देने संबंधी कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार व्यापारियों के अलॉटमेंट के आधार पर उनकी एनडीसी जारी की गई ताकि वह अपनी रजिस्ट्री करवा सकें। वहीं व्यापारियों के अलॉटमेंट लेटर भी ट्रांसफर किए गए हैं। ऐसा इसलिए पूर्व में जिन व्यापारियों के नाम अलॉटमेंट था, उनमें किसी की मौत हो गई या फिर उन्होंने दूसरों को दुकानें बेच दी थी करने पर किया जा रहा है। सभी की समस्या का समाधान प्रशासन ने करते हुए रजिस्ट्री प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। विभाग के अनुसार ऑटो मार्केट में 1251 दुकानें व्यापारियों को दी गई थी। इनमें से मार्च माह में 100 दुकानों की रजिस्ट्री अभी तक हुई है।

उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 21 फरवरी को जारी किए गए पत्र में आदेश दिया गया था कि  जिला नगर आयुक्त की देखरेख में ऑटो मार्केट के प्लाटों की नीलामी की जाए। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के पोर्टल का उपयोग किया जाएगा। प्रशासनिक शुल्क के रूप में बिक्री आय का एक प्रतिशत नगर परिषद को दिया जाएगा।  नगर परिषद ने ऑटो मार्केट के प्लॉट धारकों के पैसे का प्रयोग वेतन आदि में किया है। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार प्लॉट धारकों को पैसा चक्रवृद्धि ब्याज के साथ लौटाया जाएगा। ऑटो मार्केट एसोसिएशन प्लॉटों के हस्तांतरण का ध्यान रखेगा। नगर परिषद उनसे कोई स्थानांतरण शुल्क नहीं लेगा। 

एक बार विकास कार्य पूरा हो जाने पर भविष्य के प्रबंधन और रख-रखाव के लिए एसोसिएशन को हस्तांतरित किया गया। नगर परिषद एसोसिएशन को धन की वापसी की गणना व समाधान होने के बाद 29 फरवरी 2024 के बाद ही दी जाएगी। उन्होंने कहा कि  ऑटो मार्केट के व्यापारियों को उनकी दुकानों का मालिकाना हक मिलना शुरू हो गया है। नगर परिषद ्रशासन की ओर से दुकानों की रजिस्ट्री करवाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अब तक 100 व्यापारियों द्वारा दुकानों की रजिस्ट्री करवाई जा चुकी है। बची हुई दुकानों की आईडी बनाने के साथ-साथ उनको नो ड्यूज सर्टिफिकेट यानि एनओसी देने का कार्य भी चल रहा है।

विधायक गोपाल कांडा ने बदले राजनीति के मायने
इस मौके पर गोबिंद कांडा ने कहा कि विधायक गोपाल कांडा राजनीति के मायने बदलने के लिए ही राजनीति में आए थे और उन्होंने वाकई राजनीति के मायने बदल दिए। वर्ष 2009 में जब गोपाल कांडा ने पहली बार चुनाव लड़ा तो उनके समक्ष 40 साल पुरानी ऑटो मार्केट की समस्या थी, नगर में सीवरेज, पीने के पानी खासकर नहरी पानी, बरसाती पानी की निकासी की प्रमुख समस्याएं थी साथ ही अग्रवाल और अरोडवंश धर्मशालाओं का निर्माण करवाना था। विधायक गोपाल कांडा ने अपना एक एक वायदा पूरा किया। उन्होंने कहा कि अब ऐसा एजेंडा तैयार करना है कि एशिया की सबसे बड़ी सिरसा की ऑटो मार्के ट आधुनिक ढंग से विकसित हो सके और देशभर के लोग इसक ी मिसाल दें। ऑटो मार्केट एसोसिएशन के प्रधान विजय बठला  ने इसके लिए कांडा बंधुओं का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर ऑटो मार्केट एसोसिएशन


उप प्रधान महेंद्र सेठी,हरस्वरूप सिंह सोढ़ी, नितिन सेठी, सुभाष धूडिया, हरनेक सिंह, काला सिंह, पंडित कमल शर्मा, प्रेम शर्मा,  राजेश मिस्त्री, इंद्रोश लक्ष्या गुज्जर,  विजय यादव, संजीव शर्मा आदि मौजूद थे।