एक पेड़ माँ के नाम 2.0" अभियान के अंतर्गत सीडीएलयू में वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण और मातृ स्नेह को समर्पित पहल
mahendra india news, new delhi
सिरसा शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की पहल "एक पेड़ माँ के नाम 2.0" अभियान के अंतर्गत चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में विभिन्न विभागों एवं यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडीज द्वारा संयुक्त रूप से वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य, शोधार्थी और विद्यार्थी एकत्रित हुए और परिसर में विविध प्रकार के छायादार एवं फलदार पौधे रोपे। सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि लगाए गए पौधों की देखभाल कर उन्हें हरे-भरे वृक्ष में परिवर्तित करेंगे।
एनवायर्नमेंटल सेल के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर मोहम्मद काशिफ किदवई ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार के दिशा निर्देशन में विश्वविद्यालय के एनवायरमेंट मामलों के सलाहकार मित्रसेन गर्ग की देखरेख में सीडीएलयू के हॉर्टिकल्चर विभाग द्वारा परिसर को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने का मुख्य उद्देश्य कैंपस को हरा-भरा बनाने के साथ-साथ पक्षियों की विविधता को बढ़ावा देना भी है। उन्होंने कहा कि इस पौधारोपण अभियान के माध्यम यूजीसी की गाइडलाइन्स की अनुपालना भी की जा रही है और सीडीएलयू कार्बन न्यूट्रल कैंपस बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि सिरसा तथा परिसर की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए जामुन, शहतूत आदि के पौधे अधिक रोपित किये जा रहे हैं ताकि पौधों की सर्वाइवल तिथि बढ़ सके। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडीज के डीन प्रोफेसर सुशील कुमार ने कहा कि वृक्ष केवल ऑक्सीजन ही नहीं देते, बल्कि धरती के तापमान को नियंत्रित करने, मिट्टी के कटाव को रोकने, वर्षा को संतुलित करने और जैव-विविधता को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पेड़ हमारी संस्कृति और जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, और "एक पेड़ माँ के नाम" जैसे अभियान मातृ स्नेह के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति हमारे कर्तव्यों की भी याद दिलाते हैं।
पर्यावरण सलाहकार मित्रसैन गर्ग ने कहा कि वनों की अंधाधुंध कटाई और बढ़ते प्रदूषण ने आज पूरे विश्व को जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर चुनौतियों के सामने ला खड़ा किया है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए और उसकी देखभाल करे। वृक्ष न केवल मानव जीवन के लिए बल्कि पशु-पक्षियों और सम्पूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी जीवनदायी हैं। अभियान के अंत में सभी प्रतिभागियों ने प्रतिवर्ष कम से कम एक पौधा लगाने और उसकी देखरेख का संकल्प लिया, ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ व हरित पर्यावरण प्रदान किया जा सके।
