श्री कृष्ण प्रणामी गौशाला, गीगोरानी में ठाकुर जी की मूर्ति का अनावरण
mahendra india news, new delhi
सिरसा। दिव्या ज्योति जाग्रति संस्थान से स्वामी प्रेम प्रकाशनंद और साध्वी बहनों द्वारा श्री कृष्ण प्रणामी गौशाला गीगोरानी में श्री ठाकुर जी की मूर्ति की स्थापना की गई। इसी के संबंध में पूजन हवन किया गया। साध्वी बहनों द्वारा भजन कीर्तन किया गया। जिसमें सर्व आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी पूषा भारती ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण देव भूमि भारत की आत्मा है। हमारी भारतीय संस्कृति की रीढ़ है।
उनके जीवन का प्रत्येक कर्म हमें दिशा दिखा रहा है। संत कहते हैं जहां कृष्ण है, वही प्रसन्नता है। जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ, वह रात और दिन का संधि काल का समय था, कहने का भाव जब हमारे जीवन में भगवान का आविर्भाव होता तो हमारा मन अंधकार से प्रकाश की ओर सफर करता है।
कहते हैं जब पिता वासुदेव जी ने भगवान श्री कृष्णा जी को गोद में लिया तो उनकी बेडिय़ां स्वत: ही खुल गई। कहने का भाव जब भगवान को जीवन में आगे रखेंगे तो जीवात्मा सब बंधनों से मुक्त हो जाती है। क्योंकि कृष्ण प्रकाश है, जगतगुरु भगवान श्री कृष्णा हमारे जीवन की हर अंधकार को मिटा हमारा मार्ग प्रकाशित करते हैं। आज हमें भी जरूरत है समय के पूर्ण सतगुरु की शरण में जाने की। गौशाला प्रधान मनीराम, गौशाला सदस्य गोपी राम, सज्जन कुमार, शास्त्री रामतीर्थ और शास्त्री बलराम एवं गौशाला के सभी सदस्यों ने संतों का भव्य स्वागत किया।
