15 या 16 अगस्त को कब है कृष्ण जन्माष्टमी? जानिए भगवान कान्हा की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
हर वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी पर्व का इंतजार रहता है। अब ये इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। जन्माष्टमी पर्व को लेकर मंदिरों व घरों में तैयारियां शुरू हो चुकी है। ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व 2 दिन मनाया जाएगा. यह पर्व पहले 15 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा. इस तरह स्मार्त परंपरा से जुड़े लोग 16 अगस्त 2025 के दिन निशीथ काल की पूजा को 00:05 से 00:47 बजे तक कर सकेंगे. इस दिन जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले लोग 16 अगस्त 2025 की रात्रि को 09:24 के बाद पारण कर सकेंगे।
ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि भगवान श्री विष्णु के अवतार माने जाने वाले योगेश्वर कृष्ण के जन्मोत्सव का इंतजार उनके भक्तों को पूरे वर्ष बना रहता है। भगवान श्री कृष्ण के दर्शन.पूजन और नाम जपने से जीवन के सभी दु:ख दूर और मनोकामनाएं पूरी पलक झपकते पूरी हो जाती हैं, आइए उनके जन्मोत्सव की सही तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं.
जन्माष्टमी पर कैसे करें कान्हा की पूजा
आपको बता दें कि जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा के लिए तन.मन से पवित्र होकर उनकी पूजा का सारा सामान जैसे दूध, दही, घी, शहद, तुलसी, पंचामृत, पंजीरी, शक्कर आदि अपने पास रख लें। इसके बाद तो सबसे पहले कान्हा की पूजा के लिए एक चौकी पर पीले वस्त्र बिछाएं और एक थाल में अपने बाल गोपाल को रखकर दूध, दही, घी, शहद, आदि से स्नान कराएं. इसके बाद उन्हें गंगाजल से एक बार फिर नहलाएं.
किसे रहना होगा सावधान
फिर कान्हा की मूर्ति को साफ कपड़े से पोंछकर उनका वस्त्र, मोर मुकुट, चंदन आदि से श्रृंगार करें. इसके बाद कान्हों को पंजीरी, पंचामृत, मिठाई, फल आदि का भोग लगाएं. कान्हा की पूजा में भोग के साथ तुलसी अवश्य चढ़ाएं. पूजा के अंत में भगवान श्री कृष्ण की पूरे भक्तिभाव के साथ आरती करें. पूजा खत्म होने के बाद अधिक से अधिक लोगों को प्रसाद बांटें और स्वयं भी ग्रहण करें.
कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा के उपाय
जन्माष्टमी के त्योहार वाले दिन भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा पाने के लिए उनके भक्तों को अधिक से अधिक गाय की सेवा करें, इसी के साथ ही साथ जन्माष्टमी पर्व पर उनकी पूजा करते वक्त केसर मिश्रित दूध से उनका अभिषेक करे, भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में तुलसी दल चढ़ाने वाले भक्त पर भी भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा बरसती है।
नोट : जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करतें हैं।
