देवी की साधना करने से मनुष्य को अपने जीवन की सभी खुशियां वापस मिलती है: सुमनांजली जोशी

हरियाणा के सिरसा में स्थित श्री मां भगवती इच्छा पूर्ण मंदिर, शमशाबाद पट्टी सिरसा में श्री राधे बिहारी प्रेम मंडल के सान्निध्य में आयोजित श्रीदेवी भागवत कथा के छठे दिन प्रवचन करते हुए कथावाचिका सुमनांजली जोशी ने बताया कि मां भगवती का स्वरूप अष्ट भुजाओं पर केन्द्रित है, जिसमें समस्त देवी देवताओं की शक्ति का स्वरूप है। देवी की साधना करने से मनुष्य को अपने जीवन की सभी खुशियां वापस मिलती है तथा मनुष्य ऊर्जावान होकर जीवन में संचार करता है।
असुरों के युद्ध के दौरान मां देवी भगवती के विराट तथा सुंदर रूप का वर्णन करते हुए मनुष्य को संयम, संकोच, धार्मिक, आचरण, बोध, ज्ञानवान, करुणा भाव तथा मैत्री गुणों को धारण करने की शिक्षा दीक्षा दी। इस मौके पर राजा हरीशचंद्र के जीवन की कथा भी सुनाई। मनुष्य के कल्याण के लिए उनके द्वारा किए गए कार्य तथा देव मनुष्य तथा असुरों के कल्याण की कथा का भी प्रसंग सुनाया। कार्यक्रम के अंत में मां भगवती की पूजा अर्चना की गई।