आज भी इन 6 पावन धामों में माना जाता है बाला जी का वास, यहां पर दर्शन करने से मिलता है शुभ फल

देशभर में आज शनिवार को यानी 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव 2025 मनाया जा रहा है। मंदिरों व घरों में बाला जी के दर्शन करने के लिए सुबह से भीड़ लगी हुई है। इस खास मौके पर बाला जी के भक्त पूजा-अर्चना करते हैं। इसी के साथ ही उनकी कृपा प्राप्ति के लिए उपवास भी करते हैं। इससे शुभ फल मिलता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक बाला जी अपने भक्त की हमेशा रक्षा करते हैं।
आपको बता दें कि आज भी ऐसे कई दिव्य स्थान देखने को मिलते हैं, जहां हनुमान जी वास माना जाता है। इस लेख में आज आपको कुछ ऐसी पवित्र जगहों के बारे में, जहां हनुमान जी का वास माना जाता है और दर्शन करने से संकट दूर हो सकते हैं।
हनुमान गढ़ी मंदिर
आपको बता दें कि अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस मंदिर में बाला जी के दर्शन करने से साधक के सभी दुख और संकट दूर हो सकते हैं। इसी के साथ ही प्रभु को लाल चोला चढ़ाने से सभी बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। हनुमानगढ़ी मंदिर को बजरंगबली का माना जाता है। भक्त प्रभु श्रीराम के दर्शन करने से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में बाला जी के दर्शन करते हैं। मान्यता है कि हनुमानगढ़ी से हनुमान जी अयोध्या की रक्षा करते हैं।
पंचमुखी हनुमान मंदिर
इसी के साथ ही तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर है। इस मंदिर में हनुमान जी की पंचमुखी अवतार की मूर्ति विराजमान है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस मंदिर में प्रभु से मांगी गईं सभी प्रार्थना जल्द पूरी होती है। यहां हनुमान जी के दर्शनों के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं। मान्यता के मुताबिक हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार अहिरावण का वध करने के लिए लिया था।
हनुमान धारा
धार्मिक मान्यता के अनुसार, उत्तर प्रदेश में चित्रकूट में सोने की लंका में आग लगाने के बाद हनुमान जी पूंछ में लगी आग को बुझाने के लिए पहुंचे थे, इसी कारण इसे हनुमान धारा कहते हैं। यहां धारा का भव्य नजारा देखने को मिलता है। आपको बता दें कि यह स्थान हनुमान जी की ऊर्जा के साथ जुड़ा हुआ है।
मानसरोवर झील
इसी के साथ ही तिब्बत के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में मानसरोवर झील है। यह कैलाश पर्वत के पास स्थित है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक हनुमान जी कैलाश पर्वत की यात्रा के दौरान मानसरोवर झील की भी यात्रा की थी। मानसरोवर झील को हनुमान जी के पवित्र स्थानों में हं।
गंधमादन पर्वत
आपको बता दें कि श्रीमद् भागवत पुराण के मुताबिक बजरंगबली गंधमादन पर्वत पर वास माना जाता है। गंधमादन पर्वत कैलाश पर्वत के उत्तर में है। इस पर्वत पर महर्षि कश्यप, गंधर्व, किन्नरों, अप्सराओं का वास माना जाता है। इस पर्वत पर मंदिर भी है, जहां हनुमान जी और प्रभु श्री राम की प्रतिमा विराजमान है।
अंजनाद्रि हिल
इसी के साथ ही अंजनाद्रि हिल कर्नाटक के हम्पी में है। इस स्थल को बहुत ही पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस जगह पर मां अंजनी ने हनुमान जी को जन्म दिया था। यहां पर्वत पर एक मंदिर है, जहां संतान की प्राप्ति के लिए कामना करते हैं।