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HARYANA के डेरा जगमालवाली में पूज्य महाराज परम संत बहादुर चंद वकील साहब के चोला छोड़ने के बाद पहली बार हुई सत्संग, बड़ी संख्या में संगत पहुंची

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   HARYANA के डेरा जगमालवाली में पूज्य महाराज परम संत बहादुर चंद वकील साहब के चोला छोड़ने के बाद पहली बार हुई सत्संग, बड़ी संख्या में संगत पहुंची
Mahendra india news, new delhi

हरियाणा के सिरसा मेंं डेरा जगमालवाली मस्ताना शाह बिलोचोस्तानी आश्रम डेरा जगमवाली में दो दिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया। पूज्य महाराज परम संत बहादुर चंद वकील साहब के चोला छोड़ने के बाद पहली बार सत्संग हुई। जिसमे बड़ी संख्या में संगत पहुंची। सत्संग में विभिन्न समुदाय के प्रतिनिधियों व गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। साध संगत ने गद्दीनसीन महाराज बिरेंद्र सिंह के दर्शन किए। सत्संग के अंत में श्रद्धालुओं को  गुरु का प्रशाद का वितरण किया गया। 

    
पूज्य महाराज गुरबक्स सिंह मेनेजर साहब व बहादुर चंद वकील साहब के परवचन कैसेट के माध्यम से सुने। साध संगत ने सत्संग में पूज्य महाराज वकील साहब के प्रवचन सुनने को मिले। संगत की बड़ी भीड़ को देखते हुए दो एलईडी की व्यवस्था की गई। साध संगत ने बीच-बीच में धन धन सतगुरु के जयकारे लगाए व पूज्य वकील साहब की स्मृति को ताजा  किया। जिसमें महाराज ने कहा कि सिमरन से सुख होत है, सिमरण करने से दु:ख जाय, सिमरन करने से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है। 


सिमरन ही वह शक्ति है जिससे दु:ख को हराया जा सकता है, सद्गुरु ने यह भी बताया कि मालिक सतों  के रूप में आते हैं 7 संत हमेशा सिमरन करने को कहते हैं, सद्गुरु ने बताया है कि जिस घर में कलह रहता हैं, वहां काल का वास हो जाता है। बर्दास्त करना सीखना चाहिए, नहीं तो लोग भटके पड़े हैं। सिमरन कोई करता नहीं,  कोरे आकर बैठ जातें हैं जो सही नहीं है। सद्गुरु ने यह भी फरमाया कि दुश्मन बाहर नहीं हमारे अंदर ही बैठा है। हमारा सबसे बड़ा दुश्मन हमारा मन है। लोग मन का कहना मानते हैं, संतों का नहीं, यही दुखों का कारण है। 
 

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इसी के साथ ही रविवार को पूज्य महाराज मेनेजर साहब के सत्संग को सुनाया गया। जिसमें संत ने फरमाया कि सिमरन करोगे तो सुख पाओगे। उन्होंने कहा कि लोग औगन को उठा लेते हैं व गुण को नहीं उठाते। फायदा उसी को मिलता है जो सद्गुरु की संगत में आकर गुण को ग्रहण कर लेता हैं व उसे लाभ भी मिलता हैं।
उन्होंने कहा कि संत हमेशा गुण व अवगुण की जानकारी देते हैं।  फकीरों को कोई बिरला ही मानता है। मालिक की रज्जा में हमेशा रहना चाहिए


   पंडाल के बीच से संगत में पहुंचे पूज्य महाराज बिरेंदर सिंह
शनिवार व रविवार को सत्संग के दौरान महाराज बिरेंद्र सिंह ने सीधे स्टेज पर न जाकर पंडाल से संगत के बीच पैदल पहुंचे जहां संगत ने धन-धन सतगुरु का नारा लगाये व महाराज के नजदीक से दर्शन कर गदगद  नजर आई। 

पूज्य महाराज बहादुरचंद वकील साहब के निधन के बाद डेरा जगमालवाली में यह पहला सत्संग रखा गया  था।  इस सत्संग में बड़ी संख्या में संगत पहुंची।  शनिवार को बड़ी संख्या में पहुंची  संगत के कारण अतिरिक्त प्रबंध करने पड़े ताकि संगत को किसी प्रकार की परेशानी न हो।  5 व 6 अक्टूबर को दिल्ली के बाजीतपुर  में होगा अगला सत्संग डेरा की ओर से बताया गया है कि  5 व  6 अक्टूबर को दिल्ली के बाजीतपुर में अगला सत्संग रखा गया है। यह सत्संग भी पहले से निर्धारित  किया  हुआ  है।