HARYANA के इस प्राचीन शिन मंदिर में सावन महीने में श्री शनिधाम में बहेगी शिव व शनि भक्ति की अविरल भक्ति धारा

सावन माह इसी 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन माह 19 अगस्त तक चलेगा। सावन माह को लेकर मंदिरों में अभी से तैयारियां की जा रही हे। भगवान शिव की पूजा को समर्पित सावन मास के उपलक्ष्य में हरियाणा के सिरसा में नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर में भगवान शिव व शनिदेव की भक्ति का अद्भूत संगम देखने को मिलेगा।
आपको बता दें कि सावन माह महिला मंडली द्वारा रोजाना शाम को शिव पुराण का पाठ किया जाएगा तत्पश्चात भजन संकीर्तन होगा। इसके साथ ही सावन महीने की हरियाली अमावस्या के उपलक्ष्य में नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनि धाम में शनि जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया जाएगा। सावन मास की शिवरात्रि 2 अगस्त से आरंभ होकर 4 अगस्त अमावस्या तक चलेगा। इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में भगवान शनिदेव का अखंड तेल स्नान, भंडारा, हवन व जागरण का आयोजन किया जाएगा।
इसके बारे में जानकारी देते हुए श्री शनिदेव मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारी आनंद भार्गव व मंदिर पुजारी योगेश भार्गव ने बताया कि सावन महीना भगवान शिव की पूजा अर्चना के साथ साथ शनिदेव की भक्ति के लिए भी विशेष फलदायी है। शनि जन्मोत्सव समारोह 2 अगस्त को आरंभ होगा। तीन अगस्त को मंदिर प्रांगण में हवन, भंडारा व रात्रि जागरण होगा। 4 अगस्त को अमावस्या के अवसर पर भगवान शनिदेव की विशेष पूजा की जाएगी व भोग लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि समारोह की तैयारियां आरंभ की गई है तथा इस बार यह समारोह विशेष होगा।
250 पुराना मंदिर जीणोद्धार के बाद बना शनि धाम
इस मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि नोहरिया बाजार स्थित शनि धाम देश के ऐतिहासिक मंदिरों में से है। करीब 250 वर्ष पुराने इस मंदिर के इतिहास से संबंधित ताम्रपत्र भी मौजूद है। इस ऐतिहासिक व अद्भूत मंदिर का जिलावासियों के द्वारा दिए गए सहयोग से जीणोद्धार के बाद भव्य रूप प्रदान किया गया है तथा यह शनि धाम के रूप में निखर कर सामने आया है। मंदिर की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि मंदिर में सफेद मार्बल व टाइल्स का ही इस्तेमाल हुआ है जोकि पॉजिटिव एनर्जी व असीम शांति प्रदान करने वाले हैं। महल की भांति बनाए गए इस मंदिर की अलग ही छटा है।
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नौ रूपों सहित 11 स्वरूप विराजमान है
सिरसा के इस शनि धाम में शनिदेव की 250 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक अदभूत प्रतिमा है, जिसमें शनिदेव हाथी पर विराजमान है। वर्तमान में शनि धाम में शिंगणापुर की भांति भव्य शनि शिला, शनिदेव के नौ वाहनों पर सवार स्वरूप आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा नवग्रहों के स्वरूप भी विराजित है। मंदिर में भगवान शिव के परिवार सहित नर्मेदश्वर शिवलिंग है जिसका पूजन अति शुभकारी है। मंदिर में हनुमान जी व मां दुर्गा के साथ साथ भगवान बाबो सा का स्वरूप भी विराजमान है।