कल मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी, इन चीजों द्वारा भगवान श्री कृष्ण को करें प्रसन्न
Janmashtami के व्रत में आप फलहार ले सकते हैं, इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपको इस व्रत में अन्न बिल्कुल भी ग्रहण नहीं करना है। अधिकतर लोग इस व्रत को रात 12:00 के बाद ही खोलते हैं, तो कई लोग इस व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद करते हैं। इस दिन सबसे पहले आपको सूर्योदय से पहले उठना है। स्नान करके व्रत का संकल्प लेना है, फिर भगवान Shri Krishna की पूजा अर्चना करनी है। पूरे दिन आपको मन ही मन राधा- कृष्ण का नाम जपना है। उसके बाद, रात 12:00 की पूजा से पहले आपको स्नान करके फिर से स्वच्छ वस्त्र धारण कर लेने हैं। रात में विधि- विधान तरीके से कान्हा की पूजा करनी है।
इन बातों का रखें ध्यान
Janmashtami के व्रत में आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना है।
आपको इस व्रत में भूलकर भी अन्न ग्रहण नहीं करना है।
Janmashtami का व्रत उसी दिन रात 12:00 के बाद या फिर अगले दिन सूर्य उदय के बाद खोलना चाहिए।
अगर आप भी भगवान Shri Krishna के भगत है, तो आपको इस दिन मंदिर अवश्य जाना चाहिए।