बाबा भूमणशाह के जन्मोत्सव पर भव्य रूप से सजा हरियाणा का मुख्य डेरा बाबा भूमणशाह, तैयारियां पूरी, कल होंगे अनेक कार्यक्रम

उदासीन संत बाबा भूमणशाह महाराज के 338वें जन्मोत्सव पर होने वाले अनेक धार्मिक कार्यक्रमों के लिए हरियाणा के सिरसा में मुख्य डेरा बाबा भूमणशाह, ग्राम बाबा भूमणशाह (संघर सरिस्ता), सिरसा को भव्य रूप से सजाया गया है। जन्मोत्सव के कार्यक्र में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होने के लिए पहुंचने शुरू हो गए हंै।
डेरा के सेवक सचिव विनोद एडवोकेट ने बताया कि 18वीं सदी के महान उदासीन संत बाबा भूमणशाह का जन्म 14 अप्रैल 1687 को गांव बहलोलपुर जिला मिंटगुमरी (पाकिस्तान) में हुआ था। बाबा जी ने 11 वर्ष की आयु में ही उदासीन संत के रूप में बाबा प्रीतम दास के पवन सान्निध्य में गुरु दीक्षा प्राप्त कर साधना में लीन हो गए। बाबा भूमणशाह ने अपना सारा जीवन जरूरतमंद लोगों की सेवा व लंगर सेवा में व्यतीत किया।
मु य डेरा बाबा भूमणशाह में वर्तमान समय में बाबा ब्रह्मदास महाराज गद्दीनशीन है और बाबा भूमणशाह महाराज के बताए हुए मानवता भलाई कार्यों में दिन-रात लगे हुए हंै। जन्मोत्सव पर सुबह 9 बजे अखंड पाठ का भोग डाला जाएगा और साढ़े 9 बजे रक्तदान व चिकित्सा शिविर का शुभारंभ डेरे के गद्दीनशीन संत बाबा ब्रह्मदास महाराज करेंगे। दोपहर 12 बजे देश-विदेश से आए हुए श्रद्धालुओं को बाबा ब्रह्मदास महाराज प्रवचन व आशीर्वाद देंगे। इस अवसर पर रस्साकस्सी मुकाबले का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विजेता टीम को 11 हजार व उपविजेता को 8100 रुपए दिए जाएंगे। बाबा भूमणशाह जन्मोत्सव में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहेगी और गुरु का अटूट लंगर चलेगा।