मौनी अमावस्या पर आज दुर्लभ संयोग, मौनी अमावस्या पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक न करें ये काम

मौनी अमावस्या पर आज बुधवार यानि 29 जनवरी 2025 को दुर्लभ संयोग बन रहा है। ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि मौनी अमावस्या पर दुर्लभ शिववास योग का संयोग बन रहा है। शिववास का संयोग मौनी अमावस्या कल बुधवार को सायं 06: 05 मिनट तक है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस दिन भगवान शिव कैलाश पर मां गौरी के साथ विराजमान रहेंगे।
मान्यता के मुताबिक महाकुंभ के अमृत स्नान के समय जो भी श्रद्धालु गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इसलिए महाकुंभ में अमृत स्नान का विशेष महत्व है।
आपको बता दें कि मौनी अमावस्या के दिन गंगा में स्नान करने से जाने-अनजाने में किए गये पाप धुल जाते हैं। मां गंगा की कृपा भी भक्तों पर बरसती है। कुंडली में शामिल अशुभ ग्रहों से मुक्ति मिलती है। इस बार माघी अमावस्या पर कई शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। आइए जानें इस दिन स्नान, दान और तप का महत्व।
आज स्नान और दान के शुभ मुहूर्त
ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:25 बजे से शुरू होकर 6:19 बजे तक रहेगा। इस दौरान स्नान और दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। अगर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान या दान संभव न हो, तो सूर्योदय से सूर्यास्त तक भी यह किया जा सकता है।
मौनी अमावस्या पर न करें ये काम
पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन वो कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे आपके पितरों को कष्ट पहुंचे। क्योंकि ऐसे में आपकी सारी मेहनत और तपस्या पूरी तरह से व्यर्थ हो जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य न करें। यही नहीं, इस दिन नाखून, बाल, मुंडन नहीं करवाना चाहिए। इसके साथ ही मदिरा और मांस का सेवन न करें। सात्विक भोजन कर ईश्वर में ध्यान लगाना चाहिए। झूठ बोलने और किसी से झगड़ा करने से भी इस दिन परहेज करना चाहिए।