आज से फिर बजेगी शहनाई, 2025 के जनवरी माह में विवाह के 12 शुभ मुहूर्त
Jan 16, 2025, 06:53 IST
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mahendra india news, new delhi
इस जनवरी माह 2025 में शादी विवाह के कई शुभ मुहूर्त है। इस माह 16 जनवरी से फिर शहनाई बजनी शुरू हो जाएगी। आपको बता दें कि 16 जनवरी से 6 मार्च मार्च तक विवाह के 12 विशेष मुहूर्त होंगे। पिछर्ल वर्ष में मांगलिक कार्यों पर 15 दिसंबर 2024 से विराम लग गया था। क्योंकि 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में इंट्री करने से खरमास प्रारंभ हो जाएगा, जो 13 जनवरी 2025 तक रहेगा।
आपको बता दें कि इस दौरान विवाह समारोह सहित सभी मांगलिक कार्यों पर विराम रहा। ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि 15 दिसंबर 2024 से सूर्य की धनु संक्रांति आरंभ होगी। सूर्य की धनु संक्रांति का अर्थ है सूर्य का धनु राशि में इंट्री करना। सूर्य का धनु राशि में परिभ्रमण एक महीने रहता है। इसी एक महीने में खरमास या मलमास की संज्ञा आती है। आपको बता दें कि इस दौरान मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। सूर्य वर्ष में दो बार मलमास या खरमास की श्रेणी में आते हैं, जिसमें धनु व मीन राशि मानी जाती है।
ज्योषिचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि सूर्य का धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति होगी। मकर में सूर्य के प्रवेश करते ही सूर्य का उत्तरायण माना जाता है और सूर्य के उत्तरायण से ही विवाह कार्य की पुन: शुरुआत होगी। छह महीने का उत्तरायण काल, उत्तरायण का वक्त अलग-अलग प्रकार के धार्मिक मांगलिक कार्यों का विशेष माना जाता है। इस समय में धर्म तथा पुण्य से जुड़े विशिष्ट कार्य किए जाते हैं। 16 जनवरी से पुन: शादियों की शुरुआत हो जाएगी।
ये हैं शादी के मुहूर्त
16 जनवरी से 6 मार्च मार्च तक विवाह के 12 विशेष मुहूर्त होंगे।
जनवरी-मार्च के बीच में मुहूर्त ये रहेंगे
फरवरी 7, 13, 18, 20, 21, 25
इस जनवरी माह 2025 में शादी विवाह के कई शुभ मुहूर्त है। इस माह 16 जनवरी से फिर शहनाई बजनी शुरू हो जाएगी। आपको बता दें कि 16 जनवरी से 6 मार्च मार्च तक विवाह के 12 विशेष मुहूर्त होंगे। पिछर्ल वर्ष में मांगलिक कार्यों पर 15 दिसंबर 2024 से विराम लग गया था। क्योंकि 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में इंट्री करने से खरमास प्रारंभ हो जाएगा, जो 13 जनवरी 2025 तक रहेगा।
आपको बता दें कि इस दौरान विवाह समारोह सहित सभी मांगलिक कार्यों पर विराम रहा। ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि 15 दिसंबर 2024 से सूर्य की धनु संक्रांति आरंभ होगी। सूर्य की धनु संक्रांति का अर्थ है सूर्य का धनु राशि में इंट्री करना। सूर्य का धनु राशि में परिभ्रमण एक महीने रहता है। इसी एक महीने में खरमास या मलमास की संज्ञा आती है। आपको बता दें कि इस दौरान मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। सूर्य वर्ष में दो बार मलमास या खरमास की श्रेणी में आते हैं, जिसमें धनु व मीन राशि मानी जाती है।
ज्योषिचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि सूर्य का धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति होगी। मकर में सूर्य के प्रवेश करते ही सूर्य का उत्तरायण माना जाता है और सूर्य के उत्तरायण से ही विवाह कार्य की पुन: शुरुआत होगी। छह महीने का उत्तरायण काल, उत्तरायण का वक्त अलग-अलग प्रकार के धार्मिक मांगलिक कार्यों का विशेष माना जाता है। इस समय में धर्म तथा पुण्य से जुड़े विशिष्ट कार्य किए जाते हैं। 16 जनवरी से पुन: शादियों की शुरुआत हो जाएगी।
ये हैं शादी के मुहूर्त
16 जनवरी से 6 मार्च मार्च तक विवाह के 12 विशेष मुहूर्त होंगे।
जनवरी-मार्च के बीच में मुहूर्त ये रहेंगे
फरवरी 7, 13, 18, 20, 21, 25