श्री बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के मन को भा गई सिरसा की धार्मिक नगरी, बोले जल्द आउंगा सिरसा
श्री बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री सिरसा की श्री तारा बाबा कुटिया में हनुमंत कथा के करने के बाद अपने मन की बात भी कर डाली। कथा के समापन पर उन्होंने कहा कि सिरसा की धार्मिक नगरी का भ्रमण किया। वहीं कथा के दौरान बहुत ही अच्छा अनुभव हुआ। अब तो SIRSA नगरी से जाने का मन ही नहीं कर रहा है। अब सिरसा में जल्द ही फिर से श्री बागेश्वर धाम आएंगे।
श्री बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने यहां कांडा बंधु सिरसा के विधायक गोपाल कांडा व उनके छोटे भाई गोबिंद काड़ा कथा का सफल आयोजन कर बहुत ही अच्छा कार्य किया है।
श्री तारा बाबा कुटिया में हनुमंत कथा के दौरान श्री बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हनुमंत नाम की औषधि से प्रत्येक दैहिक दुख, कष्ट से मुक्ति मिल सकती है। हनुमान जी के दिव्य दरबार में भक्तों को कष्टों से छुटकारा मिलता है। कई ऐसे कष्ट हैं जो सम्मुख दिखाई नहीं पड़ते लेकिन देह और मानसिक संताप का कारण बनते हैं। श्री हनुमान जी महाराज और सन्यासी बाबा की कृपा से दिव्य दरबार में पूर्ण रूप से मुक्ति मिली है।
बता दें कि आस्था का समंदर श्री तारकेश्वर धाम में उमड़ पड़ा। श्री सालासर धाम मंदिर एवं श्री राम नाम प्रभात फेरी चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस दिव्य और भव्य हनुमंत कथा में लगाए गए बागेश्वर सरकार के दरबार में अनेक भक्तों की पीड़ा को पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने दूर किया।
हनुमंत कथा के दौरान बागेश्वर सरकार ने कहा कि हनुमान जी महाराज भक्तों पर कृपा करते हैं। लेकिन कृपा उन्हीं भक्तों पर होती है जो पूर्ण श्रद्धा से भक्ति को समर्पित हो जाते हैं। ईश्वर, प्रेम और श्रद्धा से प्रसन्न होते हैं। उन्होंने बागेश्वर धाम की कृपा कथाओं का वर्णन किया। किस प्रकार से भक्तों को उनके दैहिक, मानसिक और अनेक प्रकार के दूसरे कष्टों से मुक्ति मिली। दिव्य दरबार के दौरान बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने उसी अंदाज में भक्तों के पर्चे लिखे और प्रेत बाधा से पीड़ित अनेक भक्तों को मंच पर बुलाकर उनकी पीड़ा को दूर किया। बड़ी संख्या में प्रेत बाधा और अनेक प्रकार की बाधाओं से पीड़ित लोग दूर-दराज के क्षेत्रों से श्री बाबा तारा कुटिया पहुुंचे। भक्तों का यही कहना था कि इस दरबार में आकर उनको काफी राहत मिली है। हनुमंत कथा के आयोजन के लिए भी भक्तों ने श्री बाबा तारा कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा का आभार जताया।