कथा वाचक आध्यात्मिक गुरू पंडित प्रदीप मिश्रा श्री बाबा तारा जी कुटिया में करेंगे शिवपुराण कथा, इस दिन से होगी कथा

mahendra india news, new delhi
हरियाणा के सिरसा में स्थित श्री बाबा तारा जी कुटिया परिसर में शिवपुराण कथा का आयोजन किया जाएगा। कुटिया में 17 फरवरी से 23 फरवरी तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से 5 बजे में सीहोरवाले कथावाचक-आध्यात्मिक गुरू प्रदीप मिश्रा जी महाराज शिवपुराण कथा करेंगे। जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। आयोजन की भव्य तैयारी की जा रही है। आयोजन को लेकर श्री बाबा तारा जी कुटिया के मुख्य सेवक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने कुटिया श्रद्धालुओं और सिरसा की विभिन्न संस्थाओं से जुड़े प्रमुख लोगों की बैठक ली।
श्री बाबा तारा जी कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा ने कहा कि पूर्व गृह राज्य मंत्री भाई गोपाल कांडा के मार्गदर्शन में और बाबा तारा जी के आशीर्वाद से कुटिया में हर शिवरात्रि पर हवन और भंडारे का आयोजन होता है, इस बार शिव रात्रि को लेकर शिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रसिद्ध शिवपुराण कथा वाचक आध्यात्मिक गुरू पंडित प्रदीप मिश्रा जी महाराज दूसरी बार सिरसा में कथा करेंगे। जिसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली से श्रद्धालु पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि यह कथा 17 फरवरी से 23 फरवरी में प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक होगी।
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरू प्रदीप मिश्रा कथा वाचन के साथ साथ समस्याओं के समाधान के उपाय भी बताते है। उन्होंने सेवकों की ड्यूटी भी लगाई और उन्होंने सेवकों से अपील की जो भक्त सेवा करना चाहते है वो अपना नाम कुटिया कार्यालय में दर्ज करवाए।उन्होंने कहा कि श्री बाबा तारा जी के आशीर्वाद से सभी की मनोकामना पूर्ण होती है और सारे संकट दूर होते है। उन्होंने कहा कि शिवपुराण कथा का श्रवण कर धर्मलाभ अर्जित करें। इस मौके कथा वाचक प्रदीप मिश्रा जी का संदेश भी सुनवाया गया जिसमें उन्होंने श्रद्धालुओं से श्री बाबा तारा जी कुटिया में आयोजित शिव पुराण कथा में पहुंचने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर गोबिंद कांडा ने कहा कि श्री बाबा तारा जी कुटिया श्री तारकेश्वरम धाम देश का पहला धाम है जहां पर 108 फुट की खड़ी और मुस्कराती भगवान शिव की प्रतिमा है। विशाल शिवालय है, विशाल गुफा है और यह वो पवित्र स्थल है जहां पर कभी सरस्वती नदी बहती थी। सिरसा संत महात्माओं की धरती है।