बहुत ही शुभ पौष माह शुरू होने जा रहा, खुशियों से भर जाएगा घर, ऐसे कर लें सूर्य देव की आराधना
इस दिन से हो रही है शुरूआत, आएगी घर पर धनदौलत

mahendra india news, new delhi
दिसंबर माह खत्म होने का है। नये साल का आगमन कुछ ही दिनों में होने वाला है। वहीं सनातन धर्म में दसवें माह को पौष माह कहा गया है। इस माह में सूर्य देव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। इसके साथ ही पौष माह में पितरों का पिंडदान आदि भी किया जाता है, इस बार पौष महीने की शुरुआत 27 दिसंबर 2023 से हो रही है। वैदिक पंचांग की बात करें तो इसका शुभारंग मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा के अगले दिन से होता है।
आपको बता दें कि पौष माह का महत्वज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौष माह हिंदू पंचांग का दसवां माह होता है। इस महीने की शुरुआत के समय ठंड अपने चरम की ओर बढ़ रही होती है और लोग धूप लेने के तरस रहे होते हैं। इसके साथ ही लोगों को सूर्य देवता की अहमियत भी पता चल रही है। इस माह में प्रतिदिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने और शांत रहकर उनकी उपासना का विधान है। इसके साथ ही घर में नियमित रूप से पूजापाठ और अपनी हैसियत के अनुसार दान भी करना चाहिए।
पौष माह के नियम
आपको बता दें कि धार्मिक विद्वानों के अनुसार पौष माह शुरू होने के बाद प्रत्येक रविवार को सूर्य देव को खिचड़ी या तिल की खिचड़ी का भोग लगााएं। कहते हैं कि इस उपाय से भगवान सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के बहुत सारे दुख दूर कर देते हैं. इस माह में किसी भी जरूरत मंद व्यक्ति को भोजन या धन का दान जरूर करें। इससे देवी-देवता और पितर प्रसन्न होते हैं और वे स्वजनोंं पर अपनी कृपा बरसाते हैं। इस उपाय से कालसर्प दोष और पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार पौष महीने में लाल रंग का फूल और लाल चंदन को जल में मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य देना करें, कहते हैं कि ऐसा करने से जातक को पुरानी बीमारियों से निजात मिलती है और स्वजनों में खुशियां आती हैं। नोट: ये दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।