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योग ही स्वास्थ्य की सबसे बड़ी पूंजी, इसके मिलने पर जीवन में मस्ती आती है: रघुबीर महाराज

सिरसा में कोटली दिव्य योग साधना मन्दिर में हुई मासिक सत्संग 
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सिरसा में कोटली दिव्य योग साधना मन्दिर में हुई मासिक सत्संग 

mahendra india news, new delhi

अखिल भारतीय श्री राम-मुलख-दयाल योग प्रचार समिति के प्रधानयोगाचार्य व पदैन संचालक योग गुरु रघुवीर महाराज ने मासिक सत्संग के पवित्र मौके पर उपस्थित योग प्रेमियों को अपने सम्बोधन में हरियाणा के सिरसा में कोटली दिव्य योग साधना मन्दिर में फरमाया कि कलियुग के अवतार योग योगेश्वर प्रभु राम-मुलख-दयाल महाराज अक्सर श्री मुख से फरमाते थे, स्वास्थ्य पूंजी है, योग से कमाई जाती है। इसके मिलने पर जीवन में मस्ती आती है। सन्त व योगी वह होता है, जिस‌के मुख से सिद्ध बातें निकले। 


उनके परम पवित्र चरण-कमलों में बैठ कर हम भक्त लोग सुबह-शाम योग अभ्यास करते थे। फिर हम यह अनुभव प्राप्त करते थे। स्वास्थ्य वास्तव में महान पूंजी हैं, योग से कमाई जाती है। इस पूंजी को कमाने वाले के पास शारीरिक व मानसिक रोग नहीं आते। वह शारीरिक व मानसिक निरोगता का पूर्ण आनंद लेता है। कलियुग में शारीरिक व मानसिक रोग निरन्तर बढ़ रहे हैं। योग को सही ढंग से न अपनाने पर। योग है जहां, स्वास्थ रूपी महान पूंजी है वहां।

रघुवीर महाराज ने आगे फरमाया, जैसे प्रजातन्त्र के 4 स्तम्भ हैं, विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका व मीडिया। इन 4 स्तम्भ के होने पर प्रजातन्त्र स्वस्थ रहता है, नहीं तो प्रजातंत्र कमजोर हो जाता है। इसी प्रकार स्वास्थ्य के भी चार स्तंभ हैं, आहार, निंद्रा, श्रम व संयम। इन चारों स्तंभों के होने पर साधक सदा के लिये शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। यदि उसके जीवन में चारों स्तम्भ नहीं है तो वह तन व मन से पूर्ण स्वस्थ नहीं होता। गुरु जी ने अन्त में फरमाया, नित्य योग अपनाएं, स्वास्थ्य रूपी महान पूंजी पाएं। इस अवसर पर पृथ्वी सिंह बैनीवाल, खेमचन्द मेहता, राज चावला, डा. मिनाक्षी शर्मा, मेधा शर्मा, विजय मेहता मौजूद रहे। 

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