साईकिलिंग में सिरसा के एसआर बने डा. संजीव गोयल, दोस्ती व सेहत का संदेश देने के लिए 600 किलोमीटर का सफर किया 37 घंटे में
सिरसा के चिकित्सक डा. संजीव गोयल साईकलिंग में सिरसा पहले एसआर बने हैं। 62 साल की आयु में डा. गोयल ने दोस्ती व सेहत का संदेश देने के लिए अबोहर से रोहतक के बीच 600 किलोमीटर की यात्रा की है। उन्होंने सदस्यों के साथ शनिवार 4 बजे अपनी साईकिल यात्रा पंजाब के अबोहर से शुरू की। इसके बाद अबोहर से डबवाली, सिरसा, हिसार से होते रोहतक पहुंचे। इसके बाद रोहतक से अबोहर पहुंचे।
पहले भी कर चुके हैं साईकिल यात्रा
डा. संजीव गोयल ने बताया कि यह एसआर श्रृंखला की उनकी आखिरी सवारी थी। उन्होंने बताया कि इससे पहले 200 किलोमीटर, 300 किलोमीटर व 400 किलोमीटर की साईकङ्क्षलग कर चुके हैं।
यहां 600 किमी बीआरएम सवारी की विस्तृत रिपोर्ट है।
कुल समय लगा- 37:30:53
सैडल टाइम- 25:22:48
कैलोरी बर्न-15252 कैलोरी
डा. संजीव गोयल ने बताया कि यह एसआर श्रृंखला की मेरी आखिरी सवारी थी (साइकिलिंग भाषा में एसआर सुपर रैंडोनूर है। आपको एक वर्ष में 200 किमी, 300 किमी, 400 किमी और 600 किमी पूरा करना होगा)। अब मुझे सिरसा के प्रथम एसआर के रूप में जाना जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
सवारी सुचारू रूप से चल रही थी जब तक कि ड्राफ्टिंग के दौरान 142 किमी के निशान पर मैं घायल नहीं हो गया। भगवान का शुक्र है कि केवल मैं घायल हुआ, लेकिन मेरी बाइक ठीक थी, केवल मैं और मेरा हेलमेट घायल हुए थे, कई साथी सवारों ने, मेरी चोटों को देखकर, मुझे बाइक छोड़ने की सलाह दी, लेकिन दिल तो ज़िद्दी है, इसलिए मैंने जारी रखने का निर्णय लिया और आपकी शुभकामनाओं से सफल हुआ।
मैं ईमानदारी से अपने साथी सवारों को सलाह देता हूं कि वे अच्छी गुणवत्ता वाले हेलमेट का उपयोग करें और इसे हर समय कसकर सुरक्षित रखा जाना चाहिए।
परिवार और दोस्तों के सहयोग के बिना कोई भी व्यक्ति जीवन में कोई भी लक्ष्य हासिल नहीं कर सकता और मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरे आसपास ऐसे सहयोगी लोग हैं।