home page

haryana: बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश सचिव रोहित गर्वा ने किया धरने पर बैठी आशा वर्करों का समर्थन

बसपा ही दे सकती हैं महिलाओं को सम्मान रोहित गर्वा

ताजा खबरों, बिजनेस, केरियर व नौकरी संबंधित खबरों के लिए

व्हाट्सअप ग्रुप

से जुड़े

 | 
बसपा ही दे सकती हैं महिलाओं को सम्मान रोहित गर्वा

mahendra india news, new delhi

आशा वर्कर मांगो को लेकर जिला स्तर पर धरना दिया हुआ है। बहुजन समाज पार्टी द्वारा हरियाणा के सिरसा स्थित लघु सचिवालय पर बैठे आशा वर्करों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान रोहित गर्वा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में जिन महिलओं ने अपना योगदान दिया, उनके संघर्ष को सलाम और वर्तमान समय में जो महिलाएं समाज उत्थान के लिए काम कर रही हैं, उनके संघर्ष को हमें हमेशा याद रखना चाहिए। हमें महिलाओं के सम्मान में इनके किये संघर्ष को कभी नहीं भूलना चाहिए। परंतु हरियाणा में सरकार द्वारा महिलाओं की आवाज को दबाया जा रहा है, जो सरासर गलत है। वो चाहे खिलाड़ी महिलाएं हो, रोजगार की मांग पर बैठी बेरोजगार महिला हो, शिक्षिका हो। 


36 दिनों से दे रही है धरना 
आज प्रदेश में आशा वर्करों ने अपने वेतनमान की बढ़ोतरी को लेकर पिछले 36 दिनों से धरना दिया हुआ है, लेकिन सरकार द्वारा आशा वर्करों की उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। कहा कि देश व प्रदेश में चल रही सरकार का बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ का नारा सफेद झूठ है। देश के मान-सम्मान के प्रतीक में हमेशा अपनी कुर्बानी दे चुकी महिलाएं देश की आन-बान-शान है। आज अपनी मांगों को लेकर अगर महिलाएं सडक़ों पर है तो हमें मान लेना चाहिए कि देश व प्रदेश की बागडोर गलत लोगों के हाथ में जा रही है। इस प्रदेश की सत्ता में बैठे लोगों को अपनी सत्ता का घमंड हो चुका है। इसी घमंड की बौखलाहट से बार-बार गलत ब्यानबाजी कर रहे हैं। 

दिल्ली पुलिस में निकली सिपाही के पदों के लिए बंपर भर्ती

एसएसबी में असिस्टेंट कमांडेंट के पदों की निकली है भर्ती

आईआईटी तिरुपति में नॉन टीचिंग पदों के लिए निकली है भर्ती

इस अवसर पर बसपा जिलाध्यक्ष भूषण लाल बरोड़, बसपा सिरसा विधानसभा अध्यक्ष बंसीलाल दहिया, जिला कोषाध्यक्ष विजय जलोवा, रामकुमार बेगू, जिला महासचिव कार्तिक मैहरा, प्रदीप धारीवाल, जिला सचिव बुल्लेशाह, राजपाल कुमथला, बिक्की परोचा, रोकी, रोहतास मैहरा, बिन्दर सिंह, रोबिन कुताबढ़, हीरा सिंह, बसपा नेता रामधन चौटाला मौजूद रहे।