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Chanakya Niti मुश्किल के समय चाणक्य की इन 3 बातों को रखें याद, नहीं होगी कोई तकलीफ

संकट समय में कैसा व्यवहार करना चाहिए
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संकट समय में कैसा व्यवहार करना चाहिए

mahendra india news, new delhi

अगर व्यक्ति चाणक्य की नीति के अनुसार चल तो वह कभी भी मुश्किल में नहीं पड़ सकता है। इसके लिए जरूरत चाणक्य के अनुसार चलने की है। आज आपको चाणक्य की ऐसी तीन नीतियों के बारे में बता रहे हैं। जिनको अपना कर आप सफल हो सकते हैं। ( चाणक्य के अनुसार अगर मुश्किल के समय कैसा व्यवहार करना चाहिए इस विषय पर अपनी नीतिशास्त्र में कुछ बातें बताई है। संकट समय में कैसा व्यवहार करना चाहिए )

संकट के समय सावधान रहें
आपको बता दें कि चाणक्य नीति के अनुसार बताया गया है कि मुश्किल घड़ी में तो व्यक्ति के पास सीमित अवसर होते हैं और चुनौतियां मोटी होती हैं। इसलिए संकट के समय व्यक्ति को सावधानी बरतना जरूरी होता है।

अगर ऐसे में जरा सी चूक मोटा नुकसान पहुंचा सकती है, इसके लिए पहले से सावधान रहें। यह बहुत ही जरूरी है। 


चाणक्य के मुताबिक मुश्किल टाइम में उचित सलाह आपकी ताकत बनते हैं। संकट के समय व्यक्ति की जज्ञान और सहानुभूति की जरुरत नहीं होती है बल्कि उचित रास्ते की आवश्यकता होती है। क्योंकि सनकत आने पर मनुष्य का दिमाग विचलित होता है। इसी को लेकर विचलित दिमाग कभी सही निर्णय नहीं ले सकता है।

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आपको बता दें कि किसी भी छोटी या मोटी लड़ाई में बल के साथ बुद्धि का प्रयोग किया जाए तो जीतने की पूरे चांस होते हैं। इसके लिए सकारत्मकता विचरों के व्यक्तियों के साथ रहे। नकरात्मक सोच को खुद पर हावी न होने दें। नाकारत्मक व्यक्तियों से दुरी बनाएं रखें इसी में आपकी भलाई है। मुश्किल के समय सकरत्मक सोच और समझदारी से काम करें।

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चाणक्य के अनुसार याद रखें कि किसी भी मुश्किल से उबरने के लिए हिम्मत और एकता बहुत जरुरी है। अगर आप मुश्किल काल में अहम का भाव रखेंगे तो हारना निश्चित है। एक अकेला आदमी अपनी लड़ाई खुद लड़ता है

लेकिन जब बात स्वजन या समाज की हो तो इसमें एक-दूसरे का पक्ष जानना और दूसरों को साथ लेकर चलने की भावना होना जरुरी है तभी कामयाबी मिलती है।