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अलविदा तनाव शिविर : भजन गाते समय भावुक हो गई सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल

सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने अलविदा तनाव शिविर में गाया मधुर आवाज में यह भजन 

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 सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने अलविदा तनाव शिविर में गाया मधुर आवाज में यह भजन 

mahendra india news, new delhi

सिरसा में हिसार रोड स्थित आनंद सरोवर में नौ दिवसीय अलविदा शिविर का समापन हुआ। इस शिविर में ब्रहमाकुमारी बहन पूनम ने परमात्मा के महावक्य मुरली (गुड बाय टेंशन) के बारे में बताया गया। इस शिविर के दौरान सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने भी भजन गया। इस भजन के दौरान सांसद सुनीता दुग्गल भावुक भी हो गई। उन्होंने इस दौरान तू प्यार का सागर है, तेरी इक्क बूंद के प्यासे हैं हम भजन गाया। 

 सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने अलविदा तनाव शिविर में गाया मधुर आवाज में यह भजन 

मन को सुख मिलेगा
सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने इस दौरान संबोधित हुए कहा कि आज हमें ये लगता है कि अगर कोई आधुनिक साधन या कोई उपलब्धि मिल जाए तो मन को सुख मिलेगा और इन भौतिक वस्तुओं की प्राप्ति पर कुछ समय के लिए खुशी मिल भी जाती है परन्तु फिर एक नई चीज के लिए मन में तलाश आरम्भ हो जाती है इसलिए स्वयं को स्थाई रूप से खुशनुमा और आनन्दमय बनाने के लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि स"ाा सुख भौतिकता में नहीं अपितु ईश्वरीय सानिध्य में है । 

भौतिक जिन्दगी में थोड़ा सा स्थान आध्यात्मिकता को दें 
ब्रह्माकुमारी बिन्दु बहन जी ने तनाव मुक्ति का उपाय बताते हुए कहा कि अपनी भौतिक जिन्दगी में थोड़ा सा स्थान आध्यात्मिकता को दें ताकि  हमारा जीवन सहज, सरल और सुखमय हो सके क्योंकि भौतिकता और आध्यात्मिकता का बैलेन्स ही हमें  बैलेसिंगस का पात्र बनाता है। 

मानव मन इस दुनिया में सुख और शान्ति ढूंढता हुआ थक गया है ब्रह्माकुमारी पूनम

अलविदा तनाव के दौरान मुख्य वक्ता तनाव मुक्ति विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने इस दौरान सभी को सकारात्मक विचारों से भरे हुए ब्रह्माकुमारी’ा़ संस्थान के पाठ्यक्रम का पहला लेसन दिया और मेडिटेशन का अभ्यास भी कराया, तत्पश्चात उन्होंने मेडिटेशन के नियमित अभ्यास से होने वाले चमत्कारिक परिणाम को बताते हुए कहा कि इससे हमारे मन के विचार शान्त होने लगते है, वर्षो पुराना तनाव, अनिद्रा आदि असाध्य रोग ठीक हो जाते है, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और एकाग्रता में भी वृद्धि होती है। इसलिए इसे अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाते हुए अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव अवश्य करने चाहिए। 

सत्संग इंसान को अच्छे बुरे में फर्क करना सिखाता है, एक वचन ही आपके जीवन को बदल देता है 

कार्यक्रम के अन्त में बहुत रमणीक ढंग से कलाकारों नें तनाव बनकर सिरसा से विदाई ली और लाफिंग बुद्धा की सुन्दर प्रस्तुति से वातावरण को आनन्द की अलौकिक उर्जा से सराबोर कर दिया। अलविदा तनाव के समापन समारोह में जगदीश चोपड़ा, सुरेन्द्र वैदवाला, सुरेन्द्र भाटिया, बलजीत कथूरिया, सुमन शर्मा, रोहताश जांगड़ा मौजूद रहे।