शुद्ध घी से बनी ये मिठाई देश ही नहीं विदेशों में भी पूरी फेमस, कई महीनों तक नहीं होती खराब
Recipe : हंसडीहा एक ऐसा चौक बन चुका है। जो आज सोनपापड़ी के नाम से मशहूर हो चुका है। यहां से देश में ही नहीं विदेशों में भी मशहूर है। आपको बता दें कि झारखंड दुमका के हंसडीहा का सोनपपड़ी देश के साथ-साथ विदेश में भी मशहूर है। क्योंकि खास बात ये भी है कि यहां शुद्ध घी से सोनपापड़ी बनाई जाती है. झारखंड का हंसडीहा चौक सोनपापड़ी के नाम से मशहूर है.
आपकी जानकारी के लिए ये भी बता दें कि हंसडीहा चौक राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा हुआ है। जहां के चौराहे से पटना, कलकत्ता, रांची, दिल्ली, पटना हर जगह का नेशनल हाइवे मार्ग से जुड़ा हुआ है. जहां से गुजरने वालें व्यक्ति अक्सर यहां रुक कर सोनपापड़ी खरीदते हैं। जो अनेक स्थानों पर लेकर जाते हैं। यहां पर सोनपपड़ी खरीदने वालों की लाइनें लगी रहती है।
खासम खास बात ये है कि यहां पर शुद्ध घी से सोनपापड़ी बनाई जाती है, यहां सोनपापड़ी के 100 से भी अधिक स्थाई दुकान है. वही सावन के माह में 300 से भी अधिक सोनपापड़ी के दुकान लगाए जाते है, यहां पर खास बात ये भी है कि ये दुकानें 24 घंटे खुली रहती है।
हंसडीहा के सबसे पुराने पुतुल सोनपापड़ी दुकान के संचालक नागेश्वर कुमार यादव ने बताया कि उनकी दुकान 60 वर्ष पुरानी है। यह तीसरी पीढ़ी के रूप में इस दुकान को चला रहे है. यहां की सोनपापड़ी देश के साथ साथ विदेशों तक भी जाती है, यहां से विदेश के दुबई , लंदन में जो गोड्डा के लोग रहते है.वो गोड्डा आने के बाद 5 केजी के करीब ले कर जाते है।
उन्होंने बताया कि इस दुकान में प्रतिदिन 15 से 20 हज़ार रूपये की बिक्री होती है. और 20 से 25 केजी सोनपापड़ी की बिक्री करते है. जहां सबसे कम रेट की सोनपापड़ी 250 रुपए किलो है. सबसे अधिक कीमत की सोनपापड़ी शुद्ध घी से बनी हुई 400 रुपये किलो के दर से दी जाती है।