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हरियाणा के सीएम मनोहर लाल बुढ़ापा पेंशन को लेकर आज करेंगे जनसंवाद

मुख्यमंत्री पेंशन पाने वाले लाभार्थियों से भी ऑडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करेंगे
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 मुख्यमंत्री पेंशन पाने वाले लाभार्थियों से भी ऑडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करेंगे

mahendra india news, new delhi

हरियाणा सरकार समय समय पर बुढ़ापा पेंशन में बढ़ोतरी कर रही है। इससे बुजुर्ग आदमी काफी खुश नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज शाम 5 बजे सीएम की विशेष चर्चा" कार्यक्रम के माध्यम से हरियाणा की आम जनता को संबोधित करेंगे। 

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ऑटोमैटिक तरीके से बन रही वृद्धावस्था सम्मान पेंशन विषय पर संवाद करेंगे. मुख्यमंत्री पेंशन पाने वाले लाभार्थियों से भी ऑडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करेंगे। 

हरियाणा में पिछले साल से कम संख्या में पराली जली है। हरियाणा में पराली जलाने वाले 939 किसानों के चालान किया गया है। इसी के साथ 25 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में पिछले वर्ष की तुलना में 38 फीसद की कमी आई है। आपको बता दें कि  कैथल और करनाल में 60 फीसद पराली कम जली है।


वर्चुअल समीक्षा बैठक हुई 
आपको बता दें कि एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अध्यक्ष डा. एमएम कुट्टी की अध्यक्षता में कल बैठक हुई। वर्चुअल समीक्षा बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि प्रदेश सरकार वायु गुणवत्ता सूचकांक को लेकर अत्यधिक सतर्क है। पराली जलाने के केसों को ओर कम करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहें हैं। 

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बता दें कि वर्ष 2022 में राज्य में पराली जलाने के 2,083 केस दर्ज किए गए थे जो इस वर्ष घटकर 1,296 मामले रह गए हैं। वर्ष 2021 की तुलना में 2023 में पराली जलाने की घटनाओं में 57 फीसद की कमी आई है। बैठक में सभी उपायुक्तों ने भी वर्चुअली भाग लिया।


आई 60 फीसदी कमी
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अध्यक्ष डा. एमएम ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में 60 फीसद से अधिक की कमी हासिल करने के लिए करनाल और कैथल के उपायुक्तों की सराहना की। 


खेतों में पराली जलाने को नियंत्रित करने में हरियाणा ने बेहतर कार्य किया है, लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार के लिए आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कड़ी निगरानी और कड़े उपायों करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं में कमी लाने के लिए हरियाणा एक्स-सीटू मैनेजमेंट आ पैडी स्ट्रा - 2023 योजना की शुरुआत की गई है। इस स्कीम का उद्देश्य बायोमास आधारित परियोजनाओं के लिए धान के भूसे की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।


सख्त निगरानी के आदेश मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा है  कि प्रदेश सरकार खेतों में लगने वाली आग को रोकने के लिए सख्त निगरानी और बदलाव के उपाय कर रही है। हरसेक द्वारा पराली जलने की घटनाओं की सही समय पर रिपोर्टिंग और जिला, ब्लाक-स्तरीय प्रवर्तन टीमों और उड़न दस्तों की तैनाती की गई है। बता दें कि फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए ग्राम एवं ब्लाक स्तर पर नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। खेतों की आग के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही दोषी अधिकारियों को निलंबित भी किया गया है।