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Haryana Mandir : हरियाणा का एक ऐसा मंदिर जिसमें सावन में लगती है लाखों की भीड़, दूर दूर से आते है श्रद्धालु

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 Haryana Mandir : हरियाणा का एक ऐसा मंदिर जिसमें सावन में लगती है लाखों की भीड़

Haryana के Karnal जिले के तरावड़ी के पास पूजम गांव में ऐतिहासिक Shiv Mandir के प्रति लोगों की अटूट आस्था है। इस Mandir में भगवान Shiv की पूजा करने के लिए गांव के लोग ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों से भी लोग आते हैं।

खास तौर पर सावन का महीना शुरू होते ही भक्त भगवान Shiv को जल चढ़ाने के लिए महाभारत कालीन इस Shiv Mandir में आते रहते हैं। इन दिनों यहां सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं।

पांडवों ने की थी यहां पूजा

ऐसी मान्यता है कि महाभारत काल में कौरवों पर विजय प्राप्त करने से पहले पांडवों ने यहां अपने शस्त्रों की पूजा की थी। इस विषय पर जानकारी देते हुए गांव के सरपंच जॉनी शर्मा ने बताया कि महाभारत काल से जुड़े होने के कारण भगवान Shiv का यह Mandir काफी पूजनीय माना जाता है।

काफी समय पहले यहां एक प्राचीन तालाब था, जिसे अब आधुनिक रूप दे दिया गया है।

ग्रामीणों ने बनवाया था Mandir

आश्रम के महंत जयरामदास इस विषय पर जानकारी देते हुए बताते हैं कि कुरुक्षेत्र में कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध शुरू होने से पहले पांडवों ने इसी गांव की धरती पर अपने शस्त्रों की पूजा की थी।

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Mandir में सेवा करने वाले मोहित शर्मा व अन्य श्रद्धालु बताते हैं कि कई वर्ष पूर्व यह बाबा रामगीर यहां आकर रहने लगे थे। सर्दियों में तालाब में पूजा-अर्चना करते थे। गर्मियों में धूना लगाकर तपस्या करते थे। बाद में ग्रामीणों ने यहां Mandir बनवा दिया।

भंडारे का भी होता है आयोजन

सेवादार मोहित ने बताया कि सावन माह में Shivरात्रि के पर्व पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं को काफी देर तक लाइनों में लगना पड़ता है। यहां भंडारे का भी आयोजन होता है, जिसमें लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

सावन माह में श्रद्धालु भगवान Shiv का जलाभिषेक करते हैं। रुद्राभिषेक के लिए Mandir प्रबंधन की ओर से विशेष व्यवस्था की जाती है।

Mandir में प्रत्येक सोमवार को महिला संकीर्तन मंडल की ओर से भजन कीर्तन किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। सभी को देसी घी से बने मालपुए व खीर बांटी जाती है। इस बार भी कावड़ियों के लिए यहां विशेष व्यवस्था की जाएगी।