गर्मी के मौसम में तरबूज खाने का क्या है सही समय और तरीका, जबरदस्त मिलेगा फायदा

गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। इस सीजन में हर कोई व्यक्ति अपने घर पर तरबूज जरूर लेकर आ रहा है। तरबूज किस समय खाया जाए। जिससे जबरदस्त फायदा मिल सके। इसी के साथ ही आपको तरबूज खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखे। ये बताने जा रहे हैं।
आपको बता दें कि आयुर्वेद के मुताबिक सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच तरबूज खाने का सबसे अच्छा वक्त माना जाता है। बता दें कि इस समय के दौरान खाया गया तरबूज आसानी से पचता है और बॉडी को जरूरी पोषण देता है।
इसी के साथ ही शाम के नाश्ते के तौर पर भी तरबूज का सेवन किया जा सकता है। इसी के साथ आपको बता दें कि रात्रि के समय तरबूज खाना आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।
यह हमेशा ध्यान रखें, कि तरबूज खरीदने के तुरंत बाद न खाएं, इसे कुछ देर पानी में डुबोकर छोड़ दें। इसी के साथ ही एक बार तरबूज को काटने के बाद स्टोर करके न रखें। बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए ताजे तरबूज का ही सेवन करना चाहिए।
हमेशा इन बातों का रखें ध्यान, तरबूज निकलेगा जबरदस्त लाल
तरबूज एक ऐसा फल है जो न केवल ताजगी प्रदान करता है बल्कि सेहत को भी लाभ पहुंचाता है। इसकी अधिकतम पानी की मात्रा शरीर को हाइड्रेटेड रखने में सहायता करती है। लेकिन एक अच्छा तरबूज चुनना कई बार चुनौतीपूर्ण साबित होता है।
अगर हम तरबूज खरीदते वक्त इन टिप्स को अपनाएं और इस गर्मी में स्वस्थ और ताजगी भरे पलों का आनंद उठाएं। बता दें कि यह चयन न केवल आपके स्वाद को संतुष्ट करेगा बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी पोषण प्रदान करेगा।
बता दें कि तरबूज खरीदते वक्त सबसे बड़ी दुविधा यह होती है कि बाहर से तो सभी तरबूज एक जैसे दिखते हैं, तो कैसे पता चलेगा कि अंदर से वह मीठा और लाल है।
तरबूज पर पीले धब्बों का होना इस बात का संकेत है कि तरबूज परिपक्व है और अंदर से मीठा होगा। ये पीले धब्बे तरबूज के उस हिस्से पर होते हैं जहां से तरबूज भूमि के संपर्क में रहता है।
इसी के साथ ही देखने में आया है कि अक्सर लोग चमकदार हरे रंग के तरबूज को चुनते हैं, सोचकर कि वह ज्यादा मीठा होगा। लेकिन वास्तव में गहरे हरे रंग और थोड़े भद्दे दिखने वाले तरबूज अक्सर अधिक मीठे होते हैं।
तरबूज को हल्के से थपथपाकर देख लें, अगर उसमें से धक-धक जैसी आवाज आती है, तो समझ लें कि तरबूज मीठा और अच्छा रसीला है।
इसी के साथ ही अगर आपको तरबूज खरीदने में अभी भी शंका है, तो एक छोटे टुकड़े को पानी में डालकर देखें। अगर पानी का रंग गुलाबी हो जाता है, तो इसका मतलब है कि तरबूज में कृत्रिम रंग मिलाया गया है, यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।