सिरसा सीडीएलयू में करियर अवसरों और जैव प्रौद्योगिकी प्रगति पर दिए टिप्स

हरियाणा के सिरसा में स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा "मॉलिक्यूलर बायोलॉजी और जैव प्रौद्योगिकी में करियर अवसर और नवीनतम विकास" विषय पर एक विशेष अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इस सत्र को यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो, बोल्डर, यूएसए के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविंदर सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों के साथ अपने अनुभव और ज्ञान साझा किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक अफेयर्स एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. एसके गहलावत ने बताया कि यह व्याख्यान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नर्सी राम बिश्नोई के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
उन्होंने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उनका संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. रविंदर सिंह ने हरियाणा के एक छोटे से गाँव से कोलोराडो, यूएसए तक के अपने प्रेरणादायक सफर को साझा किया। उन्होंने जैविकी, बायोइन्फॉर्मेटिक्स और जैव प्रौद्योगिकी में हो रही नवीनतम प्रगति पर प्रकाश डाला तथा इन क्षेत्रों में उभरते शोध और नवाचारों पर चर्चा की। उन्होंने जैव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (ए आई) की भूमिका पर भी प्रकाश डाला और बताया कि यह वैज्ञानिक अनुसंधान, औषधि निर्माण और स्वास्थ्य देखभाल के भविष्य को कैसे आकार दे रही है। डॉ. सिंह ने मॉलिक्यूलर बायोलॉजी और जैव प्रौद्योगिकी में करियर के अवसरों पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया और विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा, अनुसंधान और उद्यमशीलता में संभावनाओं को तलाशने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की बढ़ती मांग और वैश्विक अवसरों की जानकारी दी।
सत्र के अंत में, प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने डॉ. सिंह से उच्च अध्ययन, अनुसंधान संभावनाओं और जीवन विज्ञान में ए आई के प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों की शंकाओं का व्यावहारिक उत्तर देकर उन्हें अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के समापन पर जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा डॉ. रविंदर सिंह को उनकी बहुमूल्य उपस्थिति और योगदान के लिए सम्मानित किया गया। संकाय सदस्यों ने उनके प्रेरणादायक व्याख्यान और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। यह सत्र विद्यार्थियों के लिए आधुनिक जैविकी, करियर मार्ग और वैश्विक शोध संभावनाओं को समझने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ। इस अवसर पर प्रो. प्रियंका सिवाच, प्रो. राजकुमार और प्रो. जोगिंदर ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जीजेयूएसटी, हिसार के प्रो. दिलबागी सहित विभिन्न विभागों के अध्यक्ष एवं संकाय सदस्य भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।