खाना खाने के बाद मिश्री और सौंफ क्यों खाते लोग, जाने इसके पीछे का आयुर्वेदिक विज्ञान का ये सिद्धांत
सौंफ का नाम लेते ही मंूह में पानी आ जाता है। सौंफ मिश्री खाने के बहुत ही बड़े फायदें भी मिलते हैं। होटल या किसी भी ढाबे पर खाना खाने के बाद हर कोई सौंफ और मिश्री अक्सर व्यक्ति खाते हुए नजर आते हैं। सौंफ और मिश्री दोनों साथ ही दिखते खाने को मन करता हैं। क्या आपको पता है, क्या आपको पता है कि इसमें आयुर्वेदिक विज्ञान का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत छिपा होता है।
जानकारी के अनुसार यह प्रथा शायद ही किसी और विद्यालय या संस्थान की ओर से स्थापित की गई हो, लेकिन यह भारतीय साहित्य, संस्कृति और आयुर्वेद की पुरानी परंपरा में से एक है।
आखिर क्या है इसके पीछे विज्ञान
आपको बता दें कि मिश्री और सौंफ में बहुत बड़ा राज रहा है। क्या आपको पता है इस प्रथा के पीछे विज्ञान है। आयुर्वेद चिकित्सक पवन कुमार जो पिछले 25 वर्ष से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं, उन्होंने बताया की खाना खाने के बाद सौंफ और मिश्री के सेवन से पाचन क्रिया को सुधारा जा सकता है।
सौंफ, जिसे अंग्रेजी में चूना कहते हैं, विशेष रूप से पाचन को संबलित करने में सहायता कर सकता है, इसका प्रयोग खाना खाने के बाद किया जाता है, ताकि खाया गया आहार अच्छे से पच सके और शरीर को पोषण मिल सके।
उन्होंने बताया कि मिश्री का सेवन भी पाचन क्रिया में सुधार करने में सहायता कर सकता है। इसके अलावा, मिश्री में कई पोषक तत्व भी होते हैं जो बॉडी के लिए फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेदिक डा. पवन कुमार ने बताया कि यह प्रथा भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। इसका वैज्ञानिक प्रमाण भी है। यह खाना खाने के बाद पाचन को सुधारने और शारीरिक संतुलन को बनाए रखने में सहायता कर सकती है।
यह खाना खाने के बाद आनंद लेने और शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल के एक महत्वपूर्ण पहलू को दर्शाता है।
नोट : ये समाचार दवा/औषधि और सेहत से जुड़े सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, आपको बता दें कि ये हमारी व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए चिकित्सक से परामर्श के बाद ही कोई वस्तु