सिरसा की आईवीएफ एक्सपर्ट डा. मनीषा मेहता ने किया पाकिस्तान की महिला का सफल आईवीएफ
हरियाणा के सिरसा मं एपेक्स अस्पताल पिछले 23 वर्ष से हरियाणा वासियों को बेजोड़ सेवाएं दे रहा है। सर्जरी व आईवीएफ के क्षेत्र में प्रसिद्धी पा चुके सिरसा के अपेक्स अस्पताल की आईवीएफ टीम ने पाक से आई महिला की सफल आईवीएफ कर सफलता का नया अध्याय लिखा है। यही नहीं अस्पताल की आधुनिक चिकित्सा सेवाओं को देखते हुए बाहरी देशों से आकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हंै।
इस अस्पताल के संचालक डा. आरके मेहता व डा. मनीषा मेहता ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि एपेक्स हॉस्पिटल ने हमेशा नई तकनीकों को अपनाया है। अस्पताल की शुरुआत से ही हम किसी भी नए तकनीकी उपकरण को लाने में पीछे नहीं रहे। चाहे वह कोई राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस हो, हम हमेशा इसमें भाग लेते रहे हैं।
इस दौरान डा. मेहता ने बताया कि यहां आईवीएफ सेंटर पिछले 15 वर्षों से काम कर रहा है और यह सिरसा का पहला आईवीएफ सेंटर है, जहां विदेशों से भी लोग आईवीएफ के लिए आने लगे हंै। न्होंने बताया कि पिछले पांच सालों में जब बाहरी देशों से मरीज आने लगे, तो हमने देखा कि कई लोग, जिनका आईवीएफ कई बार फेल हो चुका था, वे यहां आकर प्रेग्नेंसी हासिल कर रहे हैं। डा. मेहता ने कहा कि सोशन मीडिया प्रचार का एक बेहतर माध्यम है, जिससे हम कहीं भी लोगों तक सही व सटीक जानकारी को पहुंचा सकते हंै। इसके बाद हमने धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर जानकारी डालना शुरू किया और अब हमारे पास दुनियाभर से मरीज आने लगे हैं। खासकर ऐसे मरीज जो सात समंदर पार से हमारे पास इलाज के लिए आ रहे हैं। यह इतना आसान नहीं होता, लेकिन हम उनके लिए हर संभव मदद कर रहे हैं।
प्रशिक्षण के लिए आ रहे बाहरी देशों से चिकित्सक:
डा. मनीषा मेहता ने बताया कि अस्पताल की टीम द्वारा चिकित्सा क्षेत्र में किए जा रहे अद्भुत प्रयायों को देखते हुए तअब हमारे पास बाहरी देशों से प्रशिक्षण के लिए डॉक्टर्स आ रहे हैं, जोकि न केवल सिरसा व देश के लिए भी बड़े गर्व की बात है। चाहे वह लैप्रोस्कोपी की ट्रेनिंग हो, या इंफर्टिलिटी से संबंधित, हम लगातार अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
ये है आईवीएफ की सफलता दर:
आईवीएफ की सफलता को लेकर डा. मनीषा मेहता ने बताया कि आईवीएफ की सफलता दर अब 50-60 प्रतिशत है और अगर इलाज में देरी न हो तो सफलता की संभावना और बढ़ जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशों में आईवीएफ की कीमत करीब 9 से 10 लाख रुपये होती है, जबकि भारत में यह 1.5 से 2 लाख रुपये में उपलब्ध है, जो विदेशी मरीजों के लिए बहुत आकर्षक होता है।
जिंदगी में कभी हार न मानें:
डा. मनीषा मेहता ने अपने संदेश में कहा कि हमेशा हार मत मानिए, क्योंकि सफलता देर से ही सही, मिलती जरूर है। एपेक्स हॉस्पिटल का लक्ष्य सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र में नहीं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का भी है।