राजकीय नेशनल कालेज सिरसा में सौंदर्य देखभाल और ब्यूटी पार्लर प्रबंधन पर छात्राओं को दिए ये टिप्स

हरियाणा के सिरसा में स्थित राजकीय नेशनल महाविद्यालय, सिरसा में महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में 'सौंदर्य देखभाल और ब्यूटी पार्लर प्रबंधन' विषय पर 3 दिवसीय कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
कालेज के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कार्यकारी प्राचार्य प्रो. हरजिंदर सिंह के संरक्षण व महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डा. मीत के संयोजन में आयोजित इस कार्यशाला के समापन सत्र की अध्यक्षता कॉलेज कौंसिल सदस्य एवं वाणिज्य विभागाध्यक्ष डा. प्रीती मोंगा ने की।
इस तीन दिवसीय कार्यशाला में शीला ब्यूटी पार्लर, सिरसा की संचालिका ज्योति रानी ने मुख्य सौंदर्य प्रशिक्षिका के तौर पर शिरकत की। कार्यशाला के दौरान ज्योति रानी ने थ्रेडिंग, वैक्सिंग, ब्यूटी पार्लर की बुनियादी संरचना; फेशियल, मैनीक्योर और पेडीक्योर, ब्यूटी पार्लर प्रबंधन; मेकअप की मूल बातें, हेयर स्टाइल, ग्राहक सेवा इत्यादि के बारे में प्रतिभागी छात्राओं को विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने सौंदर्य पद्धतियों, सौंदर्य प्रसाधनों, इनकी मार्केटिंग, ब्यूटी पार्लर के संचालन व प्रबंधन इत्यादि के सैद्धांतिक पक्षों की विस्तार सहित जानकारियों के साथ इनके व्यवहारिक पक्षों से भी अवगत करवाया।
ज्योति रानी ने प्रतिभागियों को प्रायौगिक स्तर पर भी विभिन्न सौंदर्य विधियों का प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यशाला के समापन सत्र का शुभारंभ करते हुए डा. मीत ने मुख्य प्रशिक्षिका ज्योति रानी, अन्य अतिथिगण एवं प्रतिभागियों का कार्यक्रम में शिरकत करने पर स्वागत किया और विश्वास व्यक्त किया कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला में सौंदर्य प्रशिक्षिका ज्योति रानी ने सौंदर्य देखभाल और ब्यूटी पार्लर प्रबंधन हेतु जो महत्त्वपूर्ण टिप्स प्रदान किए हैं उनसे प्रतिभागी छात्राएं अवश्य ही लाभान्वित होंगी। कार्यशाला में सहभागिता दज़र् करवाने वाली छात्राओं ने इस कार्यशाला को अपने लिए अनुपम, अदभुत्त, अति-उपयोगी, उपजीविका व करियर निर्माण हेतु महत्त्वपूर्ण एवं अविस्मरणीय बताया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में डा. प्रीती मोंगा ने करियर निर्माण से संबंधित एवं रोजगारोन्मुख ऐसे आयोजन के लिएआयोजकों के प्रति साधुवाद व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ व्यवहारिक कौशल संपन्नता के लिए ऐसे आयोजनों की नितांत अनिवार्यता है। उन्होंने कहा कि बाह्य सौंदर्य बोध के साथ आंतरिक सौर्न्दय बोध का होना भी अति-आवश्यक है और इस सामंजस्य से ही संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण संभव हो सकता है। कार्यशाला का संचालन डा. मीत, डा. कर्मजीत कौर व डा. सरोज बाला ने किया। इस अवसर पर डा. हरविंदर कौर, डा. कर्मजीत कौर, डा. सरोज बाला, डा. शोभा, गीता, डा. वंदना कटोच, डा. मीनाक्षी, मनदीप कौर, राज कुमारी सिहाग, नीरू, निशा, सरिता इत्यादि सहित प्रतिभागी छात्राओं ने विशाल संख्या में अपनी सक्रिय उपस्थिति दज़र् करवाई।